फ्लैट अधर में अटके: विधायक की शिकायत पर अटका घर का प्रोजेक्ट, अब 10 करोड़ कर्ज लेकर बनाएगी नगर पालिका

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छतरपुर23 मिनट पहलेलेखक: प्रमोद चौरसिया
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नगर पालिका छतरपुर द्वारा शहर के गौरैया रोड पर साढ़े 6 साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत प्रकोष्ठ आवास निर्माण के तहत मल्टी स्टोरी बिल्डिंग प्रोजेक्ट शुरू किया। संबंधित ठेकेदार ने तीन साल तक काम करके बिल्डिंग के 228 फ्लैट तैयार किए। पिछले साढ़े तीन साल से यह प्रोजेक्ट अधर में अटका हुआ है, इन फ्लैट्स की फिनिशिंग नहीं हो पाई है। नगर पालिका ने अब इसे पूरा करने के लिए शासन से 10 करोड़ का ऋण लेने का प्रस्ताव पास किया है।
साथ ही बाहरी विद्युति करने के लिए 1 करोड़ 2 लाख रुपए की राशि स्वयं स्वीकृत की है। ताकि इस प्रोजेक्ट में गति आए और लोगों को जल्द फ्लैट उपलब्ध हो सकें। इस दौरान योजना में गड़बड़ी होने की विधायक ने शिकायत की थी। बता दें कि नगर पालिका द्वारा शहर के गौरैया रोड पर 2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 36.14 करोड़ की लागत से मल्टी स्टोरी बिल्डिंग प्रोजेक्ट शुरू किया गया। जिसका निर्माण झांसी के ठेकेदार सुरेश चंद्र गुप्ता द्वारा शुरू किया गया। बीते तीन साल में इस ठेकेदार ने 19 ब्लॉकों का निर्माण कर 228 फ्लैट तैयार किए।
पीआईसी की बैठक में प्रस्ताव पास किया
72 ईडब्लूएस(वन-बीएचके), 60 एलआईजी (टू-बीएचके) और 96 एमआईजी (थ्री-बीएचके) फ्लैट तैयार है। इस दौरान योजना में गड़बड़ी होने की स्थानीय विधायक द्वारा शिकायत की गई, जिसकी जांच शुरू हुई और निर्माण कार्य रुक गया। साथ ही ठेकेदार द्वारा किए गए 5.70 करोड़ के निर्माण का भुगतान अटक गया और काम बंद हो गया। तब से अब तक इन फ्लैटों का निर्माण रुका है और प्रोजेक्ट ठप्प पड़ा है। नगर पालिका के पास बजट न होने के कारण 228 फ्लैट की फिनिशिंग नहीं हो पा रही है। इसलिए यह आवास विक्रय नहीं हो रहे और शहर के हितग्राहियों को इस योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा। जिसे पूरा करने के लिए नपा प्रशासन ने शासन से 10 करोड़ का लोन लेने के लिए पीआईसी की बैठक में प्रस्ताव पास किया है। साथ ही 1 करोड़ 2 लाख की राशि स्वयं स्वीकृत की है।
रेरा में अभी नहीं करा पाए पंजीयन
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गौरैया रोड स्थित इन फ्लैट का निर्माण नपा द्वारा शुरू कर दिया, पर लेंडयूज में बदलाव कराना भूल गई। कागजी कार्रवाई धीमी गति से चलने के कारण इस जमीन का लेंडयूज तीन साल में हो पाया। साथ ही नगर पालिका का इस योजना का पंजीयन रेरा में नहीं कराया। इस कारण परिसर में निर्मित 72 ईडब्लूएस (वन-बीएचके) फ्लैट को छोड़कर एक भी फ्लैट हितग्राहियों को अवंटित नहीं हो पाए। कुछ फ्लैट दो साल पहले नगर पालिका ने हितग्राहियों को आवंटित किए, पर अब तक उन्हें पजेशन नहीं दिया गया।
बिल्डिंग तैयार पर फिनिशिंग नहीं
शहर में गौरैया रोड स्थित परिसर में पहली और दूसरी लाइन में 4-4 ब्लॉक तैयार किए गए हैं, जिसमे 12-12 थ्री-बीएचके के हिसाब से कुल 96 एमआईजी फ्लैट निर्मित हैं। इसकी पीछे की लाइन में 5 ब्लॉक तैयार किए गए हैं, जिसमें 12-12 फ्लैट के हिसाब से 60 एलआईजी टू-बीएचके फ्लैट हैं। परिसर की अंतिम लाइन में 6 ब्लॉक तैयार हैं, जिसमें 12-12 फ्लैट के हिसाब से 72 ईडब्लूएस (वन-बीएचके) फ्लैट मौजूद हैं। लेकिन इनमें से एक भी फ्लैट की फिनिशिंग पूरी न होने से आवंटित की प्रक्रिया अटकी हुई है।
नगरीय प्रशासन विभाग से लेंगे लोन
“मल्टी स्टोरी बिल्डिंग प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पीआईसी की पहली बैठक में 10 करोड़ का लोन लेने का प्रस्ताव पास किया गया है। प्रस्ताव को नगरीय प्रशासन विभाग से स्वीकृत कराया जाएगा। इसके पहले परिसर के पास पड़ी 6 एकड़ जमीन की प्लाटिंग कर बेंचने की अनुमति का प्रस्ताव प्रदेश शासन को भेजा गया है।”
– ओमपाल सिंह भदौरिया, नगर पालिका सीएमओ
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