Janjgir News: पावर पॉइंट के द्वारा हिंदी को आधुनिक तरीके से पढ़ाने का प्रदेश स्तर पर प्रथम प्रयास करते अनुराग तिवारी

जांजगीर, 4 मई । वर्तमान समय आधुनिकता से पूरी तरह सराबोर है यदि हम यह कहें कि यदि ज्ञान का विकास तकनीक के द्वारा किया जाए तो उसे अधिक से अधिक लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है. कोरोना काल में देखा गया कि आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए बहुत से विद्यार्थियों को घर बैठे ही लाभ दिया गया. शासन की योजना भी यही है कि भविष्य में सरकारी स्कूलों में भी प्रोजेक्टर के द्वारा पढ़ाई को संचालित किया जाए. विज्ञान या गणित इन विषयों की तो बहुत अधिक मात्रा में विषय सामग्री नेट पर उपलब्ध है परंतु हिंदी विषय की जब बात आती है तब एक सूनापन संपूर्ण तकनीकी जगत में छा जाता है.
इस सुनेपन को दूर करने का प्रयास एक युवा व्याख्याता अनुराग तिवारी के द्वारा किया जा रहा है. यह सही है कि अनुराग जी के जितने भी प्रयोग हुए हैं वह प्रदेश स्तर पर अपने आप में एक नजीर के रूप में सामने रखे जाते हैं. अनुराग जी ने देखा कि हिंदी को भी आधुनिक तकनीकों से युक्त किया जाए खासकर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में पावर पॉइंट के स्लाइड का प्रयोग करते हुए विद्यार्थियों तक ज्ञान को सरल और सुगम रूप में पहुंचाया जाए. उन्होंने इसी बात को ध्यान में रखकर वर्तमान में घर में बैठकर ही पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के लिए कक्षा दसवीं पर काम करना शुरू कर दिया है.
उन्होंने बताया कि हम पावर पॉइंट के द्वारा विद्यार्थियों तक आसानी से कठिन से कठिन विषयों को सहज तरीके से पहुंचाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं. हिंदी एक आधार विषय है यदि कोई विद्यार्थी हिंदी का ज्ञान नहीं जानता तो निश्चित रूप से वह अन्य विषयों में भी पारंगत नहीं हो पाएगा इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैंने बोर्ड के अनुरूप पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन की दृष्टि से अपने पाठ्यक्रम को तैयार करना शुरू कर दिया है वर्तमान में 13 पाठों का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन तैयार भी कर लिया गया है. इसके लिए मैंने दिन-रात अथक मेहनत किया ताकि जून से ही विद्यार्थियों को नई तकनीकों के द्वारा अपनी बात आसानी से रख सकूं.
मुझे आशा है कि मुझे सफलता प्राप्त होगी. वास्तव में अनुराग जी का यह प्रयास अपने आप में बहुत ही सार्थक है यदि उनका यह प्रयोग सफल रहता है तो विद्यार्थियों को हिंदी विषय के साथ-साथ अन्य विषयों में भी पाठ को तकनीकी के द्वारा समझने में सफलता प्राप्त होगी. विद्यालय के प्राचार्य श्री संदीप श्रीवास्तव जी का मानना है कि अनुराग जी के द्वारा जो प्रयास किया जा रहा है उसका परिणाम जल्द ही हम सबके बीच आएगा और निश्चित रूप से ही हिंदी के अलावा अन्य विषय के शिक्षकों से प्रभावित होकर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के क्षेत्र में अपना कार्य शुरू करेंगे अभी विद्यालय में ₹30 हजार रूपये खर्च करके एक आधुनिक प्रोजेक्टर क्रय किया मेरे द्वारा किया गया हैं.जिसका पहला प्रयोग हिंदी विषय से ही हमें देखने को मिलेगा उनको इस कार्य के लिए मैं बहुत बहुत बधाई देता हूँ।