फसलों को बर्बाद कर रहे तोते: किसानों ने कहा- दिन भर खेतों में रहने के बाद भी हो रहा नुकसान, अधिकारी बोले- मुआवजे का प्रावधान नहीं

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  • Farmers Said Even After Staying In The Fields For The Whole Day, The Loss Is Happening, The Officials Said There Is No Provision For Compensation

सिवनीएक घंटा पहले

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सिवनी जिले में लगातार बारिश से जहां फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं अब मिट्‌ठुओं के झुंड मक्के की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मिट्ठू की समस्या से बंडोल वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले नांदिनी गांव के किसान ज्यादा परेशान हैं। किसानों का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में मिट्ठू उनके खेतों में पहुंचकर मक्के की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मौसम की मार से पहले ही नुकसान हुआ है। अब शेष बची फसल को मिट्ठू चट कर रहे हैं।

सुबह-शाम आ रहा मिट्‌ठुओं के झुंड

किसान सतीश बघेल, राजा समेत अन्य किसानों ने बताया कि गांव में 50 से अधिक किसानों ने खेतों में मक्के की फसल लगाई है। सुबह 6 से 10 बजे तक और शाम 3 से 5.30 बजे तक मिट्ठू खेतों में पहुंच कर मक्के की फसल के दाने चट कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि सुआखेड़ा के फिल्टर प्लांट के पास स्थित नीलगिरी के प्लांट से मिट्ठू उनके खेतों में पहुंच रहे हैं।

भगाने का कर रहे प्रयास

किसानों का कहना है कि मिट्ठुओं को भगाने के लिए खेतों के बीचो बीच काग भगोड़ा स्थापित किया गया है। इतना ही नहीं पीपा बजाकर शोरगुल किया जा रहा है। इसका भी मिट्ठुओं पर असर नहीं हो रहा है। किसानों की मौजूदगी होने के बावजूद मिट्ठू मक्के की फसल को खाकर बर्बाद कर रहे हैं।

अधिकारियों को कराया अवगत

किसानों ने इस समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन इस मामले में कोई भी अधिकारी-जनप्रतिनिधि ध्यान देकर किसानों की समस्या का हल नहीं निकाल रहा है। इससे किसान बेबस है। किसानों ने बताया है कि सुआखेड़ा के पास नीलगिरी के प्लांट में लगे नीलगिरी के पेड़ों पर मिट्ठूओं ने अपना आशियाना बनाया है। यहीं से मिट्ठू उड़कर उनके खेतों में पहुंच रहे हैं।

मक्के के दानों की जगह नजर आ रही छोई

किसानों ने बताया है कि पूरे गांव के किसान मिट्ठू के आतंक से परेशान हो चुके हैं। मिट्ठू को भगाने के लिए वह दिन भर खेत में रहने के लिए विवश हो रहे हैं। खेतों में अब मक्के के स्थान पर केवल छोई नजर आ रही है।क्योंकि इसमें लगा दाना मिट्ठू चट कर रहे हैं।

किसानों ने की मुआवजे की मांग

इस मामले में किसान फसल नुकसानी के मुआवजे की मांग कर रहे है। वहीं दक्षिण सामान्य वन मंडल अधिकारी सुदेश महिवाल ने बताया कि मिट्ठू और अन्य पक्षियों व वन्य प्राणी द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने पर मुआवजा देने का प्रावधान हमारे विभाग में नहीं है। हम प्रशासन से मुआवजे की मांग करते है।

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