दो महीन से है सरगना फरार: न नाइजीरियन मिले, न MDMA ड्रग्स रैकेट का मास्टर माइंड, गोवा भी नहीं जा सकी पुलिस

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ग्वालियरएक घंटा पहले
इस तरह पकड़ी गई थी एमडीएमए ड्रग्स
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने दो महीने पहले झांसी के रास्ते ग्वालियर लाई गई MDMA (मेथामफेटामाइन) ड्रग्स पकड़ी थी। पुलिस ने एक महिला सहित 7 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 36 लाख रुपए की 720 ग्राम MDMA जब्त की थी। इसके बाद इस MDMA के तार गोवा के नाइजीरियन गैंग से जुड़ा था। मुम्बई-गोवा के हाई प्रोफाइल होटल व क्लब में होने वाली रेव पार्टी में इस ड्रग्स का उपयोग होता है।
ग्वालियर में पकड़े गए 7 एजेंट ने चिरगांव झांसी के मनीष मिश्रा को इस रैकेट का मास्टर माइंड बताया था। मनीष की गर्लफ्रेंड तस्करों के साथ पकड़ी गई थी। पर MDMA ड्रग्स को पकड़े 2 महीने के लगभग समय हो चुका है न तो पुलिस की टीम गोवा के नाइजीरियन रैकेट की पड़ताल कर सकी और न ही झांसी तक मनीष की तलाश में जा पाई है। त्योहार, वीवीआईपी ड्यूटी में फंसी पुलिस अब नए सिरे से दबिश की तैयारी कर रही है।
यह था पूरा मामला
दो महीने पहले एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी को मिली एक सूचना के बाद क्राइम ब्रांच व मुरार थाना पुलिस की टीम ने उपनगर मुरार के सीपी कॉलोनी लाल साहब की बगीची में घेराबंदी कर ड्रग्स की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की थी। ग्वालियर में प हली बार MDMA ड्रग्स की तस्करी का खुलासा किया था। यहां से पुलिस ने एक महिला सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से करीब 720 ग्राम MDMA ड्रग्स के साथ दो कट्टे, 7 कारतूस व दो बाइक बरामद हुई थीं। पकड़े गए ड्रग्स तस्करों की पहचान सोनम राजपूत (30) पत्नी सतेन्द्र राजपूत निवासी भांडेर रोड दतिया, सुरेन्द्र दांगी निवाी उन्नाव रोड दतिया, मोहित तिवारी उन्नाव रोड दतिया, ह्रदेश कुशवाह निवासी दतिया, ओमप्रकाश बाथम निवासी रमटापुरा ग्वालियर, सुनील परिहार निवासी गोरमी भिंड, मुकेश दांगी दतिया के रूप में हुई है। इतना ही नहीं जब इनसे पूछताछ की गई कि यह इतनी हाईप्रोफाइल ड्रग्स कहां से लेकर आए थे तो उन्होंने खुलासा किया था कि यह ड्रग्स उन्हंे चिरंगाव चुंगी झांसी उत्तर प्रदेश निवासी मनीष मिश्रा पुत्र बृजकिशोर से मिली थी। इसके बाद पुलिस का टारगेट मनीष मिश्रा था। गिरोह में पकड़ी गई सोनम राजपूत मनीष की गर्लफ्रेंड थी।
गोवा से जुड़े थे तार, नाइजीरियन गैंग की बात आई थी सामने
जब मामला खुला था तो नाइजीरियन गैंग गोवा की बात सामने आई थी। पर पुलिस एक बार ड्रग्स पकड़ने के बाद दो महीने तक खामोश बैठी रही है। न तो पुलिस गोवा जा सकी है न ही झांसी के चिरंगाव जाकर मनीष मिश्रा की पड़ताल की। इसका भी कारण है। उस कार्रवाई के बाद पुलिस बदनापुरा में ऑपरेशन शक्ति में उलझ गई। इसके बाद कुछ VVIP विजिट और दशहरा, दीपावली का त्योहार की ड्यूटी में पुलिस अफसर व क्राइम ब्रांच उलझी रही। अब जाकर पुलिस अफसर व जवान कुछ समय निकाल पाए हैं।
पुलिस फिर से फरार मास्टर माइंड की तलाश में लगी
– पुलिस अफसरों का कहना है कि काफी समय बीत गया है। अब फिर से इस मामले में जांच पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मास्टर माइंड की तलाश शुरू कर दी है। एक टीम झांसी के साथ ही अन्य स्थानों पर रवाना की जा रही है। पुलिस पहले भी मामले की पड़ताल करती रही है।
क्या है MDMA ड्रग्स
यह एक हाई प्रोफाइल ड्रग्स मानी जाती है। गोवा-मुम्बई में हाई प्रोफाइल लोगों के बीच होने वाली रेव पार्टी में इस ड्रग्स का उपयोग होता है। यह दानेदार कांच जैसी होगी है। हाल ही में फिल्म अभिनेता शाहरूख खान के बेटे का नाम इस ड्रग्स के साथ जुड़ने पर यह चर्चित हुई थी।
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