फरमान जारी: उच्च शिक्षा विभाग का यूनिवर्सिटी व कॉलेजों को फरमान, सभी ऑनर्स कोर्स सामान्य में बदलें

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इंदौर27 मिनट पहले

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2021 में देरी हुई, 2022 में सख्ती से लागू कर दिया - Dainik Bhaskar

2021 में देरी हुई, 2022 में सख्ती से लागू कर दिया

  • इंदौर में बीकॉम, बीएससी व बीए में 3 अॉनर्स कोर्स चल रहे हैं, इनमें 5 हजार सीटें हैं
  • 2020 में ऑनर्स कोर्स को खत्म किया जा चुका है।

उच्च शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी तथा कॉलेजों को फरमान जारी किया है कि तत्काल सभी ऑनर्स कोर्स को सामान्य में परिवर्तित करें। यानी उनके आगे प्लेन कोर्स लिखें। छात्रों को इसकी जानकारी दें। यह प्रक्रिया इसी माह पूरी की जाएगी। विभाग ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में ऑनर्स कोर्स को खत्म किया जा चुका है।

उसी के तहत यह निर्णय लिया गया है। ये तीनों प्रमुख कोर्स बीकॉम, बीएससी और बीए में चल रहे हैं। अब ये बंद हो जाएंगे। फिलहाल इन तीनों प्रमुख कोर्स की इंदौर के कॉलेजों में 5 हजार सीटें हैं। अब यह सब प्लेन में बदल जाएंगी। विभाग का कहना है कि अब बीकॉम सिर्फ प्लेन रहेगा। बीएससी और बीए के भी सभी ऑनर्स स्पेशलाइजेशन खत्म कर दिए हैं।

बड़ा सवाल? जिन छात्रों ने इन कोर्स में एडमिशन लिया, क्या उनकी अतिरिक्त फीस वापस होगी?

अभी तक सभी कॉलेज स्पेशलाइजेशन कोर्स के नाम पर अधिक फीस ले रहे थे। अब उसे प्लेन कोर्स में बदला जा रहा है। सवाल यह है कि जिन कॉलेजों ने इस वर्ष स्पेशलाइजेशन कोर्स में विद्यार्थियों को प्रवेश दिए हैं, क्या वे अतिरिक्त फीस छात्रों को वापस लौटाएंगे। सरकारी, अनुदान प्राप्त, निजी कॉलेजों पर नए नियम लागू होंगे।

डीएवीवी में थी डिमांड, ज्यादा असर यहीं पर

इस नए आदेश का सबसे ज्यादा असर देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी डीएवीवी पर पड़ेगा। क्योंकि उसके टीचिंग विभाग आईआईपीएस में बीकॉम ऑनर्स, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स और डेटा साइंस में बीएससी के कोर्स चल रहे हैं।

2021 में देरी हुई, 2022 में सख्ती से लागू कर दिया

वैसे मप्र में पिछले साल ही नई शिक्षा नीति लागू कर दी थी। कायदे से तो तभी ऑनर्स स्पेशलाइजेशन खत्म किया जाना था, लेकिन तब अक्टूबर में एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पॉलिसी लागू हुई थी। इसी वजह से देरी हुई।

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