Chhattisgarh

प्रधानमंत्री आवास योजना से कोटिया गांव में खुशियों की नई सुबह : हर घर पक्का, हर आंगन हरियाली – विकास की ओर बढ़ता कोटिया

0 स्वच्छता, रोजगार और आत्मनिर्भरता की मिसाल बना ग्राम पंचायत कोटिया

जांजगीर-चांपा 31 अक्टूबर 2025/ भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने ग्राम पंचायत कोटिया में गरीब परिवारों के जीवन में स्थायित्व, सम्मान और खुशहाली लाकर विकास की नई इबारत लिखी है। यह योजना केवल मकान बनाने की योजना नहीं रही, बल्कि इसने गांव के समग्र विकास की दिशा तय की है। पहले जहां कई परिवार कच्चे और टूटे घरों में रह रहे थे, वहीं आज पक्के, स्वच्छ और सुंदर घरों से पूरा गांव चमक रहा है।

प्रधानमंत्री आवास योजना से ग्राम पंचायत कोटिया में न केवल व्यक्तिगत जीवन बदला, बल्कि गांव के आर्थिक और सामाजिक ढांचे में भी सकारात्मक बदलाव आया है। निर्माण कार्यों से स्थानीय मजदूरों, राजमिस्त्रियों, और सामग्री आपूर्तिकर्ताओं को निरंतर रोजगार मिला जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली। ग्राम पंचायत कोटिया में अब तक 114 आवास पूर्ण हुए है। हर आवास के साथ शौचालय निर्माण से स्वच्छता और स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ। स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब गांव में खुले में शौच की समस्या लगभग समाप्त हो गई है। साथ ही उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को धुएं रहित गैस कनेक्शन मिला, नल-जल योजना से हर घर तक स्वच्छ पेयजल की सुविधा पहुँची, आयुष्मान भारत योजना से स्वास्थ्य सुरक्षा मिली और मनरेगा के माध्यम से रोजगार सुनिश्चित हुआ। प्रत्येक आवास परिसर में पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाने का अभियान चलाया गया, जिससे गांव का वातावरण हरा-भरा और स्वच्छ बना।

डिजिटल पारदर्शिता के तहत आवेदन से लेकर भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हुई, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा और ग्रामीणों में तकनीकी जागरूकता बढ़ी। कई घरों का स्वामित्व महिला मुखियाओं के नाम पर दिए जाने से महिलाओं को सम्मान और आत्मनिर्भरता मिली। आज कोटिया गांव का दृश्य बदल चुका है – चमकते पक्के घर, स्वच्छ गलियाँ, हरे पौधे और आत्मनिर्भर ग्रामीण इसका प्रमाण हैं कि जब सरकारी योजनाएँ ईमानदारी से लागू होती हैं, तो गांव विकास का प्रतीक बन जाते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने यह सिद्ध किया है कि एक घर केवल चार दीवारें नहीं, बल्कि सम्मान, सुरक्षा और आत्मविश्वास का प्रतीक है। श्रीमती केवरा बाई जैसी हितग्राही की सफलता से प्रेरित होकर ग्राम पंचायत कोटिया आज एक आदर्श, स्वच्छ और आत्मनिर्भर गांव के रूप में उभर रहा है।

इसी गांव की निवासी श्रीमती केवरा बाई पति अजय कुमार की कहानी इस योजना की सफलता का जीवंत उदाहरण है। पहले वे अपने पति और दो बच्चों के साथ झोपड़ी में रहती थीं, हर बारिश में घर में पानी भर जाता था। वित्तीय वर्ष 2024-25 में उनका नाम आवास प्लस स्थायी प्रतीक्षा सूची में दर्ज हुआ। ग्राम सभा अनुमोदन के बाद आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार, बैंक पासबुक, जॉब कार्ड और मोबाइल नंबर जनपद पंचायत नवागढ़ में प्रस्तुत किए गए, जिसके बाद योजना के तहत उन्हें 1.20 लाख की राशि स्वीकृत हुई। इसके साथ ही मनरेगा के माध्यम से 21,870 मजदूरी राशि तथा स्वच्छ भारत मिशन से 12,000 शौचालय निर्माण हेतु प्राप्त हुए। आज केवरा बाई का परिवार सुरक्षित और सम्मानपूर्वक पक्के घर में रह रहा है। वे भावुक होकर कहती हैं, “अब हमारे बच्चों को बारिश में भीगना नहीं पड़ता, यह घर हमें सुरक्षा, सम्मान और आत्मविश्वास देता है।

Related Articles

Back to top button