पुलिस गिरफ्त से भागा व्यापारी के बेटे का हत्यारा, VIDEO: ग्वालियर में मां-बाप से खुद को मरा बताया; दिल्ली में 9 साल नाम बदलकर रहा

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ग्वालियर2 घंटे पहले

ग्वालियर में अपहरण और हत्या का आरोपी शनिवार शाम पुलिसकर्मी का हाथ छुड़ाकर भाग निकला। पुलिसकर्मी पीछे दौड़े, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाए। वह कुछ दूर बाद गलियों में ओझल हो गया। घटना घासमंडी स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल सरकारी स्कूल के पास की है। पुलिस आरोपी की उम्र की सत्यता जानने उसे स्कूल लेकर आई थी। इसी दौरान जब पुलिसकर्मी बातचीत में व्यस्त हुए तो उसने हाथ में बंधी रस्सी छुड़ा ली और कांस्टेबल का पकड़ा हाथ झटककर दौड़ लगा दी।

फरार बदमाश का नाम जयपाल उर्फ मुकेश परिहार है, जो कि एक छात्र के अपहरण, फिरौती और हत्या करने के मामले में आरोपी है। जयपाल 9 साल बाद पुलिस के हाथ आया था। पुलिस एक दिन भी उसे हवालात में नहीं रख सकी। बदमाश को स्कूल तक ले जाने के लिए एक SI सहित तीन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी, पर वहां दो ही गए। SSP ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

आरोपी ने 9 साल पहले की थी छात्र की हत्या
जयपाल और उसके साथियों ने साल 2013 में बहोड़ापुर इलाके में रहने वाले व्यापारी के बेटे प्रंकुल शर्मा (18) का अपहरण किया था। उन्होंने बदले में फिरौती की मांग की थी। हालांकि बाद में डबरा के पास सिंध नदी में ले जाकर छात्र की हत्या कर दी थी।​​​​​ इस वारदात के ​9 आरोपियों में से 8 जेल पहुंच चुके थे, लेकिन जयपाल फरार था। वह यहां से दिल्ली भाग गया और नाम बदलकर रहने लगा। उसने माता-पिता की मदद से खुद को यहां मृत घोषित करवा दिया था। उनका सोचना था कि बेटे को मरा हुआ घोषित करके उसे गिरफ्तारी और कानूनी दांव पेंच से बचाया जा सकता है।

आरोपी जयपाल उर्फ मुकेश परिहार, 9 साल तक दिल्ली में छिपकर रहा था।

आरोपी जयपाल उर्फ मुकेश परिहार, 9 साल तक दिल्ली में छिपकर रहा था।

वारदात के 9 साल बाद पुलिस को मुखबिर से जयपाल के बारे में खबर मिली। इसके बाद पुलिस लोकेशन के आधार पर दिल्ली पहुंची और शुक्रवार को उसे पकड़ लिया। शनिवार को दिल्ली से ग्वालियर लेकर पहुंची। पुलिस को उसके पास से फर्जी आई कार्ड भी मिला था।

आरोपी का पीछा करते हुए भाग रहा पुलिसकर्मी।

आरोपी का पीछा करते हुए भाग रहा पुलिसकर्मी।

जानें पुलिस की लापरवाही से कैसे भागा आरोपी
जब जयपाल उर्फ मुकेश ने इस वारदात को अंजाम दिया था, तो वह 16 साल का था। उसके नाबालिग होने के कारण पुलिस गफलत में थी। 9 साल बाद अब वह 25 का हो गया है। उसकी उम्र को लेकर ही छानबीन करने बहोड़ापुर पुलिस के SI मोहन सिंह और हवलदार रवि पाठक उसे लेकर घासमंडी स्थित उसके स्कूल श्रीकृष्ण मेमोरियल पहुंचे थे। यहां वह उसकी अंकसूची को लेकर बात कर रहे थे। इसी समय वह चकमा देकर भागने लगा। हवलदार ने उसे पकड़ा तो उसने हाथ छुड़ाकर धक्का दे दिया और चंदन नगर की तरफ भाग गया। वह भागते हुए गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।

पुलिस कस्टडी से आरोपी के भागने के बाद उसे शहर में तलाश करती हुई पुलिस।

पुलिस कस्टडी से आरोपी के भागने के बाद उसे शहर में तलाश करती हुई पुलिस।

लापरवाही बरतने पर तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
थाने में आरोपी को लेकर जाने की रवानगी में तीन पुलिसकर्मियों का नाम है, जिसमें एसआई मोहन सिंह, हवलदार रवि पाठक और हवलदार रघुवीर शामिल हैं। पर उसे स्कूल लेकर सिर्फ एसआई मोहन सिंह व हवलदार रवि पाठक ही पहुंचे थे। एक हवलदार गायब था। इस पर बड़ी लापरवाही और चूक को लेकर SSP अमित सांघी ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। ASP शहर अभिनव चौकसे का कहना है कि एक आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया है। इस मामले में जांच की जा रही है। पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

पुलिस ने आसपास के इलाकों में सर्चिंग अभियान चलाया, लेकिन आरोपी नहीं पकड़ाया।

पुलिस ने आसपास के इलाकों में सर्चिंग अभियान चलाया, लेकिन आरोपी नहीं पकड़ाया।

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