राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश बोले: नशा बुद्धि की बर्बादी, धन का नाश व शरीर को रोग का शिकार बनाता है

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मंदसौरएक घंटा पहले

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नशा बुद्धि की बर्बादी, धन का नाश, शरीर को रोग का शिकार व चरित्र का सत्यानाश करता है। महात्मा गांधी का भी सपना था देश की आजादी की पहली कलम से पूरे देश में शराबबंदी की जाएगी। लेकिन आजादी के इतने वर्षों बाद भी गांधी का सपना पूरा ना होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने जैन दिवाकर प्रवचन हाल में गांधी जयंती पर व्यक्त किए।

संतश्री ने कहा कि लगता है किसी भी राजनीतिक पार्टी में गांधी के प्रति तनिक भी सम्मान नहीं है। अगर है तो राष्ट्र पिता की भावना का सम्मान करते हुए तत्काल सरकार को पूरे देश में शराब बंदी लागू करना चाहिए। नहीं तो उनकी समाधि पर माथा टेकने का पाखंड बंद करना चाहिए।

राष्ट्रसंत ने कहा कि सरकार द्वारा एक और तो शराबबंदी की बातें करना, वहीं दूसरी तरफ लाइसेंस जारी करना बहुत ही दुःखद है। सरकार की नीति पारदर्शी व स्पष्ट होनी चाहिए। शराबबंदी होने से जितने राजस्व की हानि होती है, उससे कई गुना ज्यादा बीमारी, एक्सीडेंट और अपराध नियंत्रण में सरकार को खर्च करना पड़ता है। शराब आतंकवाद से भी ज्यादा खतरनाक है, जो हजारों परिवारों को अकाल मौत का शिकार बना रही है। शराबबंदी के बिना विकास की बातें करना फूटे मटके में पानी भरने के समान है।

धर्मसभा में संत श्री ने कहा कि अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली द्वारा पूरे देश में विद्यालय और धर्म स्थल परिसर में लगी शराब की दुकानों को हटाने के लिए आंदोलन किया जाएगा, ताकि सरकार को शराब की दुकानें हटाने के लिए मजबूर होना पड़े।

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