Utterpradesh

पुरी शंकराचार्यजी आज से पन्द्रह मई पर्यन्त रहेंगे होशियारपुर प्रवास पर

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

होशियारपुर – ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर अनन्तश्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी महाराज अपनी राष्ट्रोत्कर्ष अभियान यात्रा में इस समय उत्तरी क्षेत्र के प्रवास पर हैं। भगवत्पाद आदि शंकराचार्य महाभाग की जयंती के अवसर पर जम्मू प्रवास पूर्ण कर वे आज जम्मू तवी से टांडा उर्मर रेल्वे स्टेशन पहुंचे। यहां भव्य स्वागत पश्चात वे सड़क मार्ग से श्रीविमलाम्बा शक्ति संस्थानम – टांडा रोड – हरदोखानपुर – होशियारपुर (पंजाब) पहुंच चुके हैं , जहां उनका प्रवास 05 मई से 15 मई तक निर्धारित हैं।

यहां आश्रम परिसर में प्रतिदिन पूर्वान्ह साढ़े ग्यारह बजे से दर्शन , दीक्षा एवं गोष्ठी होगी जिसमें भक्तजनों का धर्म , राष्ट्र और ईश्वर से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान होगा तथा सायंकालीन सत्र में साढ़े पांच बजे से श्रद्धालुओं को महाराजश्री का दर्शन एवं हिन्दू राष्ट्र संगोष्ठी में आध्यात्मिक संदेश श्रवण का लाभ सुलभ रहेगा। इसकी जानकारी श्री सुदर्शन संस्थानम , पुरी शंकराचार्य आश्रम / मीडिया प्रभारी अरविन्द तिवारी ने दी। बताते चलें पुरी शंकराचार्यजी अपने राष्ट्रव्यापी अभियान में हिन्दू राष्ट्र निर्माण में आमजन के कर्तव्य पर संदेश देते हुये कहते हैं – सज्जनों की कमी यह है कि संघ नहीं बना पाते , पिस जाते हैं। अगर सज्जन हैं , तो कम से कम दस व्यक्ति मिलकर चलें , तो सामने वाला सोचेगा कि इनकी ओर आंख तरेरना नहीं चाहिये , कुछ मंहगा पड़ सकता है। ऊपर ईश्वर , बीच में धर्म और नीचे संघ बल ; तब जाकर पिसने से बच पायेंगे और मनोबल उदीप्त रहेगा। शासनतंत्र के शोधन का दायित्व ऋषियों पर जाता है , व्यासगद्दी से सम्बद्ध मनुष्यों पर जाता है। इस दायित्व को हम जानते हैं और समय आने पर उसका निर्वाह करने के लिये ही भगवत्कृपा से दक्षता प्रकट कर सकते हैं। हमें नीति , शक्ति , सद्भाव और सामंजस्य के बल पर भारत को अखण्ड करना है। अपने मान बिन्दुओं की रक्षा के लिये ओजस्वी बनना है। ओजस्वी और विजयी बनने के लिये भगवान सूर्य और श्रीगुरुदेव की प्रार्थना हमारा कर्तव्य है।

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