पिता को खोने वाली मासूम का दर्द: 7 वर्षीय बेटी बोली- पापा गुनाह करते तो मैं खुद ही आ जाती उनकी जगह

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  • 7 year old Daughter Said If Father Had Committed A Crime, I Myself Would Have Come To His Place

गुनाएक घंटा पहले

  • बस हमें हमारे पापा मिल जाएं

“मेरे पापा गुनाह नहीं करते उन्होंने कभी गुनाह नहीं किया। अगर वो गुनाह करते तो मैं खुद ही आ जाती मेरे पापा की जगह। गुनाह करते तो पापा मुझसे कहते। पापा के लिए मैं जाने को तैयार हूं। मेरे पापा को किसने मारा। किसने उनको तकलीफ पहुंचाई। बस हमें हमारे पापा मिल जाएं, हम तभी खुशी से रहेंगे। यहां से चले जायेंगे दूर रहा करेंगे। हमारा परिवार और हम दूर रहेंगे। अब यहां कभी लौट कर नहीं आएंगे। बस हमारे पापा बताओ कभी आएंगे यहां? बताओ आएंगे क्या, वो बहुत दूर चले गए। इतने दूर गए हैं हमसे कभी आएंगे ही नहीं।”

यह दर्द है उस युवक की 7 वर्ष की मासूम बेटी का, जिसके पिता की सोमवार को पुलिस की कथित पिटाई से मौत हुई है। मंगलवार दिनभर भर इस मामले में हंगामा चलता रहा। देर शाम तक भी शव सुपुर्द-ए-खाक नहीं हो पाया। परिजन शव को लेकर हाइवे पर बैठ गए। उन्होंने चक्काजाम कर दिया। मजिस्ट्रियल जांच की मांग और पुलिसकर्मियों पर FIR की मांग को लेकर उन्होंने आवागमन रोक दिया। लगभग दो घंटे तक वह सड़क पर बैठे रहे। जब ज्यूडिशियल जांच के आदेश हुए, उसके बाद परिवार वाले सड़क से हटे। जज ने उनके घर पहुंचकर परिवार वालों के बयान लिए।

इजराइल की सात साल की बेटी आलिया ने रोते हुए अपना दर्द सुनाया।

इजराइल की सात साल की बेटी आलिया ने रोते हुए अपना दर्द सुनाया।

अब पहले मामला जान लीजिए

मामला यह है कि गोकुल सिंह के चक्क पर रहने वाला इजराइल खान (30) तीन दिन से भोपाल में आयोजित इज्तिमा में गया हुआ था। सोमवार शाम वह इंटरसिटी ट्रेन से वापस गुना लौटा। स्टेशन से उतरकर वह ऑटो से अपने घर के लिए निकला। इसी दौरान कुशमौदा चौकी पर उसे पुलिस ने कथित तौर पर रोक लिया। एक केस में उससे पूछताछ करनी थी। यहीं पर पुलिस ने उसे रोका। इसी दौरान उसे चक्कर आने लगे। पुलिस उसे उठाकर जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर रात तक बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के नागरिक अस्पताल में इकट्ठा हो गए। लगभग 10 थानों की पुलिस तैनात करनी पड़ी। अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। रात 12 बजे एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर और SP से मुलाकात की। उनके आश्वासन के बाद सभी लोग माने और बॉडी को PM रूम में रखवाया। मंगलवार सुबह तीन डॉक्टरों के पैनल ने PM किया। इसकी पूरी वीडियोग्राफी कराई गई। चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच करने के आदेश के बाद ही शव को लेकर घर पहुंचे।

इजरायल खान मजदूरी करता था। उसकी शादी रीना से लगभग 11 वर्ष पहले हुई थी। उसके चार बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी महक (9), उससे छोटी बेटी आलिया (7), अनुष्का (3) और सबसे छोटा बेटा अशरफ (15 महीने) का है। कुछ दिन पहले ही उसके नाम से PM आवास भी मंजूर हुआ था। वह अपने घर में इकलौता बेटा था। परिवार का भरण-पोषण वह मजदूरी के दम पर ही करता था।

इजरायल खान मजदूरी करता था। उसकी शादी रीना से लगभग 11 वर्ष पहले हुई थी। उसके चार बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी महक (9), उससे छोटी बेटी आलिया (7), अनुष्का (3) और सबसे छोटा बेटा अशरफ (15 महीने) का है। कुछ दिन पहले ही उसके नाम से PM आवास भी मंजूर हुआ था। वह अपने घर में इकलौता बेटा था। परिवार का भरण-पोषण वह मजदूरी के दम पर ही करता था।

SP बोलेआरक्षकों ने पूछताछ के लिए रोका

SP पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक शासकीय कार्य मे बाधा के एक मामले में आरोपी था। इसकी तलाश पुलिस को थी। इसलिए कुशमौदा चौकी पर आरक्षकों ने उसे उतारा और पूछताछ के लिए चौकी में ले गए। वहां अचानक से उसकी तबियत खराब हो गयी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच की जा रही है। शुरुआती तौर पर चार आरक्षकों लखन जाटव, रविन्द्र सोलंकी, प्राण सिंह और शिवकुमार रघुवंशी को लाइन अटैच कर दिया गया है।

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