पासवान समाज को मिला महापौर का आश्वासन: जल्द बनेगा सामाजिक भवन

पासवान समाज को मिला महापौर का आश्वासन: जल्द बनेगा सामाजिक भवन
कोरबा । कोरबा जिले मे निवास कर रहे पासवान समाज की वर्षों पुरानी और महत्वपूर्ण मांग अब पूरी होने की कगार पर है। दिनांक 5 अक्टूबर 2025 को छत्तीसगढ़ दुसाध उत्थान समिति, जिला कोरबा के एक प्रतिनिधिमंडल ने महापौर श्रीमती संजू सिंह राजपूत से मुलाकात कर सामाजिक भवन निर्माण हेतु एक विस्तृत मांग पत्र सौंपा, जिसके बाद समाज आश्वासन मिली है।
महापौर श्रीमती संजू सिंह राजपूत ने न सिर्फ समाज के प्रतिनिधियों की मांग को गंभीरता से सुना, बल्कि तत्काल मांग पत्र को स्वीकार करते हुए यह सुनिश्चित किया कि जल्द ही कोरबा में पासवान समाज के लिए एक भव्य सामाजिक भवन का निर्माण किया जाएगा। महापौर के इस सकारात्मक आश्वासन से समाज के लोगों में हर्ष और उत्साह का माहौल है।
समिति के प्रमुख पदाधिकारियों ने महापौर को अवगत कराया कि कोरबा में पासवान समाज की बड़ी आबादी निवास करती है, लेकिन उनके पास सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामूहिक आयोजनों के लिए कोई केंद्रीय स्थान या अपना भवन नहीं है। इस अभाव के कारण समाज को अपने महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे विवाह, बैठकों, शैक्षणिक गोष्ठियों और सामुदायिक एकजुटता से जुड़े आयोजनों को संपन्न करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि एक सामाजिक भवन समाज के उत्थान, नई पीढ़ी के मार्गदर्शन और संस्कृति के संरक्षण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह भवन सिर्फ ईंट-गारे का ढांचा नहीं होगा, बल्कि यह समाज की एकता और प्रगति का प्रतीक बनेगा।
महापौर श्रीमती संजू सिंह राजपूत ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि नगर निगम का मुख्य उद्देश्य सभी वर्गों और समाजों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना है।
श्रीमती राजपूत ने आश्वासन दिया कि जैसे ही भूमि चिन्हित हो जाती है, भवन के निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि का प्रावधान आगामी नगर निगम की बैठकों में प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
ये प्रमुख लोग रहे उपस्थित
महापौर श्रीमती संजू सिंह राजपूत को मांग पत्र देने के लिए छत्तीसगढ़ दुसाध उत्थान समिति, जिला कोरबा के एक मजबूत और सक्रिय नेतृत्व ने भाग लिया। इस अवसर पर समाज के प्रमुख मदन पासवान, हरि कृष्णा पासवान, असीम पासवान, गोपाल पासवान, नंदकिशोर पासवान, महावीर पासवान उपस्थित थे।