पापा! मैं नालायक हो सकता हूं, रेपिस्ट नहीं…: मैंने कभी जबरदस्ती नहीं की, मना करने पर भाभी सुसाइड की धमकी देती थी

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योगेश पांडे (भोपाल)35 मिनट पहले
‘मैं नालायक हो सकता हूं… पर रेपिस्ट नहीं हो सकता। मैंने कभी उसे फोर्स नहीं किया, न ही जबरदस्ती की, न ही मैंने कभी उसे उकसाया। मुझे फंसाया जा रहा है। मानता हूं कि मेरी भी गलती थी कि मैंने उसे मना नहीं किया। मना करता भी था, तो भाभी सुसाइड करने का बोलती थी …तो मैं मना भी कैसे करता।’
यह मैसेज है भोपाल के 22 साल के लड़के का। मौत से पहले उसने ये मैसेज अपने पिता काे भेजा। ग्रेजुएट लड़का किराएदार दंपती के ट्रैप में इस कदर फंसा कि उसने खुद की जिंदगी खत्म कर ली।
भोपाल के अशोका गार्डन में रहने वाले संगम प्रजापति ने 13 जून को फांसी लगा ली थी। 4 महीने बाद (18 अक्टूबर) को पुलिस ने इस केस में दंपती के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
दैनिक भास्कर ने पूरे मामले की पड़ताल की, तो संगम प्रजापति की कॉल रिकॉर्डिंग भी मिली है। इसमें वो अपने दोस्त के सामने गिड़गिड़ा रहा है कि यार टेंशन हो रही है। भाभी और उसका पति मुझे फोन करके ब्लैकमेल कर रहे हैं। साथ ही वो मैसेज भी मिला, जो उसने मौत से पहले पिता को भेजा था। पिता का कहना है कि समय रहते मैसेज देख लेते, तो शायद बेटे को समझा पाते।
पूरी कहानी पढ़ने से पहले पढ़िए, संगम ने मौत से पहले दोस्त से क्या कहा था…

ब्लैकमेलिंग के कारण संगम स्ट्रेस में था, हमने मामले को डिटेल में समझने के लिए इसकी पूरी कहानी समझी… आप भी जानिए…
अशोका गार्डन में मजार के पास मध्यमवर्गीय परिवार रहता है। यहां रहने वाले एमके प्रजापति सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में हैं। 4 महीने पहले तक झारखंड में उनकी तैनाती थी। एमके प्रजापति के 4 और भाई हैं। उनका परिवार भी इसी क्षेत्र में आसपास रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे हैं। बड़ा बेटा पारस निजी बैंक में जॉब करता है। छोटे बेटे संगम ने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया था। एमके झारखंड में पदस्थ थे, इसलिए घर में दोनों बच्चे और पत्नी ही ज्यादातर समय रहते थे। दो किराएदार ऊपर और नीचे रहते हैं। 13 जून की दोपहर संगम ने ग्राउंड फ्लोर पर बने दुकान वाले कमरे में फांसी लगा ली थी।
इससे कुछ दिन पहले ही उनके यहां 3 साल से किराए पर रह रहे उत्तरप्रदेश के एक दंपती रात 3 बजे अचानक बिना बताए सामान लेकर रफूचक्कर हो गए।
किराएदार दंपती का संगम के घर से अच्छा मेल-जोल था। पति यहां निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में खुद को लाइब्रेरियन बताता था। पत्नी हाउसवाइफ है। खुद को लाइब्रेरियन बताने वाला पति ज्यादातर घर से नदारद रहता था।

संगम प्रजापति (राइट) ने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया था। 13 जून की दोपहर उसने घर में ग्राउंडफ्लोर पर बने दुकान वाले कमरे में फांसी लगा ली थी।
पिता के कहने पर संगम ने किराएदार महिला को अस्पताल में भर्ती कराया था
13 जून यानी घटना से करीब 1 हफ्ते पहले की बात है। किराएदार ने झारखंड में पदस्थ मकान मालिक यानी एमके प्रजापति को फोन किया। कहा- उसकी पत्नी की तबीयत खराब है। यदि वे अपने बेटे संगम से कह देंगे, तो वो उसे अस्पताल ले जाएगा।
पिता ने बेटे संगम को फोन कर कहा कि ऊपर वाली किराएदार भाभी को अस्पताल ले जाए, लेकिन संगम ने इनकार कर दिया। पिता ने बहुत गुहार लगाई, तो संगम किराएदार भाभी को अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हो गया। पिता के सामने शर्त भी रख दी कि वो अस्पताल से तुरंत लौट आएगा। पिता ने हामी भर दी।
संगम घर से थोड़ी दूर स्थित निजी नर्सिंग होम गैलेक्सी में भाभी को लेकर पहुंचा। वहां डॉक्टरों ने भाभी को एडमिट कर लिया। बताया कि उसे अस्थमा की शिकायत थी। संगम ने पिता को इस बारे में बताया। पिता ने महिला के पति को फोन कर जानकारी देनी चाही, तो फोन स्विच ऑफ मिला। तीन-चार बार कॉल करने पर भी संपर्क नहीं हो सका।

संगम घर से थोड़ी दूर स्थित निजी नर्सिंग होम गैलेक्सी में किराएदार भाभी को लेकर पहुंचा था। यहां डॉक्टरों ने महिला को एडमिट कर लिया। बताया कि उसे अस्थमा की शिकायत थी।
इसके बाद एमके प्रजापति ने पत्नी को घर पर फोन किया कि किराएदार महिला को भर्ती कर लिया। उसके पति का फोन नहीं लग रहा। तुम टिफिन लेकर अस्पताल चली जाओ। वहीं रुक जाना। पत्नी ने जवाब दिया कि मुझे टिफिन भी बनाना होगा, मैं कैसे अस्पताल में रुक पाऊंगी। संगम ही रुक जाए, तो अच्छा होगा।
पिता ने संगम को फिर फोन कर अस्पताल में रुकने के लिए कहा। संगम ने बहुत मना किया, लेकिन पिता ने कहा- इंसानियत के वास्ते हमें उनकी देखभाल करनी होगी। जैसे ही, उसके पति से बात हो जाएगी, तुम लौट आना। पिता के कहने पर संगम रुक गया।
अस्पताल में एक, दो, तीन पूरे चार दिन गुजर गए, लेकिन भर्ती महिला के पति का फोन स्विच ऑफ ही बताता रहा। पांचवें दिन वो भोपाल आया। उसने महिला की अस्पताल से छुट्टी कराई। घर पहुंचे। अचानक उसी दिन रात 3 बजे दोनों पति-पत्नी यहां से अपना सामान समेटकर बिना किसी को बताए रफूचक्कर हो गए। सुबह ये बात संगम की मां को पता चली, तो उन्होंने पति को फोन पर इसकी सूचना दी।
… और इधर संगम का टेंशन बढ़ता ही जा रहा था
संगम के पिता ने बताया कि उनके जाने के बाद से संगम को लगातार फोन आ रहे थे, वो बहुत टेंशन में था। एक दिन वो छत पर ऊंची आवाज में बात कर रहा था। बड़े बेटे पारस ने उससे पूछा तो संगम ने जवाब दिया कि भाभी उसे धमकी दे रही है। पारस को कुछ अहसास तो हुआ। पूछने की कोशिश भी की, लेकिन संगम ने कहा- अभी वो बहुत टेंशन में है, उसे जरूर बताएगा, लेकिन मम्मी-पापा को न बताए।
दो-तीन दिन ही बीते थे। 13 जून को संगम का शव नीचे वाले फ्लोर पर फंदे पर मिला। सूत्रों का कहना है कि महिला व उसका पति हरदा पहुंच गए थे। महिला ने हरदा की अपनी लोकेशन भी संगम को सेंड की थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी संगम का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, वो दंपती को गिरफ्तार नहीं कर रहे। हालांकि, परिजनों की शिकायत पर मौत के 4 महीने बाद पुलिस ने दंपती पर सुसाइड के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है।
आखिरी कॉल भाभी की, 47 मिनट बात हुई फिर फंदे पर झूला
पुलिस की जांच में भी सामने आया है कि 13 जून को उसी किराएदार महिला से संगम की लंबी बातचीत हुई। कॉल डिटेल के मुताबिक पूरे 47 मिनट तक की बात हुई है। इसी के बाद ही संगम ने खुदकुशी की।
इससे पहले संगम ने पिता को जो मैसेज भेजा था, उसमें उसने कहा है कि वो रेपिस्ट नहीं है। दोस्त से हुई बातचीत में भी उसने इस बात का जिक्र किया है कि उसे किराएदार भैया-भाभी ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसी आधार पर पति-पत्नी पर केस दर्ज किया गया है।

कॉल डिटेल के मुताबिक पूरे 47 मिनट तक की बात हुई है। इसी के बाद ही संगम ने खुदकुशी की।
पिता ने मई में कहा था- इस महिला से मकान खाली करवा लो
दैनिक भास्कर ने भी संगम के बड़े भाई पारस से बात की। पारस ने बताया कि उसे याद आ रहा है कि कई बार ऐसा होता था कि संगम छत पर जाता, तो कपड़े सुखाने या किसी और बहाने से किराएदार भाभी भी छत पर चली जाती थी।
एमके प्रजापति कहते हैं कि मई महीने में वे जब रांची से भोपाल आए थे, तब उन्होंने एक बार देखा था कि संगम छत पर था। किराएदार महिला उसके नजदीक जाकर बैठ गई थी। मैंने यह बात पत्नी से कही थी कि इस महिला का चाल चलन ठीक नहीं लग रहा है, उनसे मकान खाली करने कह दो। संगम की मां ने उनसे मकान खाली करने के लिए कहा भी, लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि अभी वो शादी में जा रहे हैं, इसके बाद खाली कर देंगे।
प्रजापति कहते हैं कि किराएदार के वेरिफिकेशन के लिए उन्होंने जो आधार कार्ड दिया था, उसमें उनका पता बरखेड़ी का दर्ज है।
अब जान लीजिए- किरादार दंपती ने बयान में क्या कहा
पुलिस ने मामले में किरादार दंपती को भी बयान के लिए बुलाया। पति ने कहा कि संगम उनकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करता था। महिला ने बताया है कि जब कभी वह छत पर जाती थी, तो संगम छेड़खानी शुरू कर देता था। हालांकि पुलिस का कहना है कि संगम के मोबाइल की फॉरेंसिक रिपोर्ट से सच उजागर हो जाएगा।
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