पानी डालते ही मिट्‌टी बन गया खाद: गरोठ में किसानों ने भारी हंगामा किया, 2 घंटे बाद नायाब तहसीलदार और कृषि अधिकारी मौके पर पहुंचे

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गरोठएक घंटा पहले

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नकली खाद की काला बाजारी को लेकर शनिवार को गरोठ में किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया। 2 घंटे देरी से नायब तहसीलदार सविता राठौर और कृषि विस्तार अधिकारी कमल सिंह वास्कले घटनास्थल पर पहुंचे। खाद का सैंपलिंग लिया, यह कार्रवाई शनिवार शाम 6:30 बजे से 7:45 तक चली। किसानों का कहना है कि खाद के नाम पर किसानों को मिट्‌टी दी जा रही है। इसके लिए किसानों ने खाद में पानी मिलाया तो वह मिट्‌टी की तरह दिखने लगी।

दरअसल मंदसौर जिले के उपखंड गरोठ क्षेत्र में इन दिनों खाद की कालाबाजारी जोरों पर है। प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक किसानों की आय को बढ़ाने का सपना किसानों को दिखा रही है। लेकिन बिचोलिए किसानों को लूटने वाले नकली खाद बनाने वाले और अनैतिक लाभ मूल्य से अधिक कमाने वाले बिचोलिए किसानों को लूटने के लिए कालाबाजारी कर रहे हैं।

उपखंड के सपानिया गांव में हुई कार्रवाई से अब धीरे-धीरे किसानों में जागरूकता महसूस हो रही है। आज शनिवार शाम 6:30 बजे किसानों ने अजय खाद भंडार प्रोपराइटर अजय पिता भेरुलाल चौधरी खाद की दुकान पर नकली खाद को लेकर किसानों ने हंगामा कर दिया। किसानों ने कई आरोप लगाए कि हमें लूटा जा रहा है और प्रशासन मौन है। कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है, यूरिया की किल्लत है, लेकिन यूरिया खाद बाजार में नहीं मिल रहा है।

अब सोचने वाली बात यह है कि आखिर खेती के लिए रासायनिक खाद किसान ही तो खरीद रहे हैं, इसमें इतने मापदंड क्यों कि किसान परेशान हो रहा है। शाम की टाइम गरोठ के मुख्य मार्ग बाजार में बड़ी भीड़ इकट्ठा हो गई। एक प्लास्टिक की बाल्टी में किसानों ने खाद घोलकर बताया कि इसमें सिर्फ मिट्टी है और कुछ नहीं, लोगों को लूटा जा रहा है।

खाद के नाम पर किसान सुल्तान सिंह जुड़मा ने बताया कि हजारों कट्टे व्यापारियों के यहां गोदाम भरे हुए पड़े हैं। अधिकारी मुफ्त की तनख्वा लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इनके गोदाम सील होना चाहिए और नकली खाद बनाने और बेचने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

किसान गोवर्धन लाल विश्वकर्मा पावटी ने बताया कि मैं यहां खाद लेने आया था। खाद को पानी में मिलाया तो सिर्फ मिट्टी नजर आई, उसके बाद मैंने कृषि विस्तार अधिकारी को फोन लगाया लेकिन वह काफी देर बाद आए, मैं चाहता हूं कि ऐसे व्यापारी और खाद बनाने वाली कंपनी पर कार्रवाई होना चाहिए। हम लूटे जा रहे हैं और प्रशासन काम नहीं कर रहा है। वहीं कृषि विस्तार अधिकारी कमल सिंह वास्कले ने बताया कि अजय खाद भंडार पर सैंपलिंग की कार्रवाई की गई है। किसान की शिकायत पर जांच कर सैंपल जांच के लिए भेजा है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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