पशुओं के लिए गौठानों में पैरादान करने सीइओ ने मांगा ग्रामीणों से सहयोग
बैकुण्ठपुर। सुराजी ग्राम योजना के तहत पशुओं के लिए बनाए गए गौठानों में सूखे चारे के लिए ग्रामीण कृषक पैरादान करके सहयोग प्रदान कर सकते हैं। इस संबंध में एक सार्वजनिक अपील करते हुए जिला पंचायत सीइओ ने कोरिया व एमसीबी जिले के सभी किसानों से आग्रह किया है कि यदि वह अपने खेतों में पैरा छोड़ रहे हैं और वह उनके लिए उपयोगी नही है तो कृपया ग्राम गौठान समिति को सूचित कर दें ताकि वह पैरा सूखे चारे के लिए गौठानों में एकत्र किया जा सके।
जिला पंचायत सीइओ नम्रता जैन ने कहा कि इस संबंध में किसानों से आग्रह किया है कि वह अपने ग्राम गौठानों में ज्यादा से ज्यादा पैरा दान करें, इससे दोहरा लाभ होगा। पहला स्थानीय पशुओं के लिए गर्मी के मौसम में चारे की व्यवस्था हो जाएगी साथ ही किसान अपने खेतों में पड़े रहने वाले पैरा को बाद में आग के हवाले कर देते हैं इससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान होता है। इससे बचने के लिए उन्होने सभी किसानों से पैरादान के लिए अनुरोध किया है। जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान किसानों से और स्व सहायता समूह की महिलाओं से पैरादान के संबंध में चर्चा करने का अच्दा प्रभाव हो रहा है और अब किसान गौठानों में स्वेच्छा से पैरादान करने के लिए भी आने लगे हैं।
जनपद पंचायत सोनहत के दस गौठानेां में किसानों के द्वारा प्रदाय किए गए पैरा का कलेक्षन कार्य गौठान समिति के माध्यम से प्रारंभ हो गया है। इसी तरह लगभग 24 गौठानों में पैरादान कार्य खड़गंवा के अलग अलग गौठानों में प्रारंभ हो गया है। मनेन्द्रगढ के आठ और भरतुपर के 21 गौठानों में पैरादान का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसी तरह बैकुण्ठपुर में भी अलग अलग गौठानों में किसानों से पैरादान प्राप्त होने लगा है। जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि पैरादान के लिए ग्राम गौठान समिति के सदस्यों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया गया है कि इस कार्य के लिए और तेजी लाए जिससे समय पर सभी गौठानों में सूखे चारे का इंतजाम पर्याप्त मात्रा में हो सके। उन्होंने ग्राम पंचायत सचिवों को पैरा का एकत्रण सही तरीके से कराकर उसे व्यवस्थित रखने के लिए भी निर्देशित किया है।