परीक्षा कंट्रोलर की गाड़ी रोकी: धरने पर बैठी छात्राएं, विक्रम विश्वविद्यालय के रिजल्ट को लेकर असंतोष

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उज्जैन3 घंटे पहले

विक्रम विश्वविद्यालय में हाल ही में घोषित हुए बीए और बीएससी प्रथम वर्ष के परिणाम को लेकर परीक्षार्थियों में असंतोष है। कारण है कि एक ही कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ग्रेड सिस्टम में फेल बताया या परिणाम रोक दिया है। मंगलवार को जीडीसी उज्जैन और र्झाडा कॉलेज की छात्राओं ने विश्वविद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। छात्राओं गोपनीय विभाग के बाहर परीक्षा कंट्रोलर की कार रोककर परिणाम का निराकरण करने की मांग करते हुए करीब दो घंटे तक घेराव किया। छात्राओं ने रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए गड़बड़ियों में सुधार कर दोबारा रिजल्ट जारी करने की मांग की है।

विक्रम विश्वविद्यालय के बीए और बीएससी प्रथम वर्ष के परिणाम घोषित होने के बाद से विश्वविद्यालय में रोज हंगामा हो रहा है। सोमवार को देवास के अलग-अलग कॉलेज की करीब 100 से छात्राएं गोपनीय विभाग पहुंची थीं, लेकिन उनकी समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ। इसके बाद मंगलवार को फिर जीडीसी और महिदपुर, र्झाडा कॉलेज की छात्राओं ने परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। समाधान नही होने पर छात्राओं ने भोजन अवकाश पर जा रहे परीक्षा कंट्रोलर बीएल जैन की गाड़ी रोक ली। छात्राओं के नही हटने से परीक्षा कंट्रोलर ने एक बार फिर चर्चा कर छात्राओं को समझाईश दी। हालांकि छात्राएं नही मानी और गोपनीय विभाग के बाहर ही धरना देकर बैठ गई। बाद में छात्राओं के परिणाम की फोटो कॉपी लेकर परिणाम फिर से रिव्यू करने का आश्वासन दिया है।

छात्रा ने कहा-मैं मजदूरी कर पढ़ाई कर रही हूं

देवास की बीए प्रथम वर्ष की छात्रा धनकुंवर मालवीय ने बताया कि परीक्षा परिणाम में उन्हे जीरो अंक मिला है। अब तो पिताजी ने भी पढ़ाने से इंकार कर दिया। छात्रा का कहना था कि वह स्वयं ही मजदूरी कर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। उज्जैन आकर सिलाई का काम कर परीक्षा फीस जमा की थी। परिणाम आया तो जीरो अंक देकर फेल कर दिया। छात्रा की व्याथा थी कि माता-पिता ऐसी स्थिति में अब आगे पढ़ाने से इंकार कर रहे हैं और मुझे पढ़ाई जारी रखनी है।

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