पन्ना में एमडीएम की लापरवाही: मोहनपुरवा स्कूल के बच्चों को करना पड़ रहा एक-एक रोटी के लिए इंतजार

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पन्ना2 घंटे पहले

भले ही मध्यप्रदेश सरकार शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक भोजन देने के उद्देश्य से मध्यान भोजन खिलाने के लिए एमडीएम जैसी योजना चला रही है। लेकिन पन्ना जिले में एमडीएम में लापरवाहियां और अनमिक्ताएं लगातार जारी है। ताजा मामला अजयगढ़ जनपद क्षेत्र के मोहनपुरवा शासकीय स्कूल से सामने आया है। जहां पर बच्चो को एक एक रोटी के लिए इंतजार करना पड़ता है।सब्जी के नाम पर आलू का घोरा दिया जा रहा है। इतना ही समूह संचालक इतना भोजन बनवाता है कि कुछ बच्चों को मिल ही नही पाता है और जिम्मेदार अधिकारी समूह संचालक पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के कुछ सरकारी स्कूलों के बच्चों का निवाला समूह माफिया डकार रहे हैं।और बच्चे एक-एक रोटी के लिए तरस रहे हैं।ऐसा ही मामला अजयगढ़ जनपद अंतर्गत जन शिक्षा केंद्र हरदी के प्राथमिक शाला मोहन पुरवा से सामने निकलकर आया है।जहां विद्यालय में 19 और आंगनवाड़ी में 15 बच्चे दर्ज हैं।इन 34 बच्चों के बीच समूह संचालक रसोईया को केवल 1 किलो आटा और आलू देते हैं।जिससे कुछ बच्चों को एक-एक रोटी मिलना भी मुश्किल होता है।

कई बच्चे बिना रोटी के ही रह जाते हैं।सब्जी के नाम पर केवल पानी मिलता है।गैस चूल्हे के बजाय लकड़ी चूल्हे में भोजन बनाया जाता है।मंगलवार को पूड़ी सब्जी और खीर के बजाय केवल पूरी सब्जी मिलती है।आंगनवाड़ी के बच्चों को कभी नाश्ता नहीं दिया जाता है।वहीं एमडीएम मेन्यू के अनुसार कभी भी यहां बच्चो को भोजन नसीब नही हुआ है।

वहीं विद्यालय के शिक्षक सूर्य कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कई बार समूह संचालक से कहा गया है कि स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों को अलग अलग खाना दे। मेन्यू के अनुसार बच्चो को भोजन उपलब्ध कराए। लेकिन उनकी मनमानी की बजह से बच्चो को खाना नही मिल पाता है।कभी सकूल तो कभी आंगनबाड़ी के बच्चे एमडीएम से बंचित रह जाते हैं।इस मामले की शिकायत भी कई बार वरिष्ट अमले को की गई है। लेकिन कोई कार्यवाही नही की जा रही है।

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