टूटे पुल पर सफर, कहीं हो ना जाए जानलेवा: लोधी खेड़ा में रंगारी पुल टूटने से 55 गांव का टूटा संपर्क

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Chhindwara
- Due To The Collapse Of Rangari Bridge In Lodhi Kheda, The Connection Of 55 Villages Is Broken, The Villagers Are Traveling By Risking Their Lives, See VIDEO
छिंदवाड़ा32 मिनट पहले
छिंदवाड़ा में इस साल बारिश ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए, नदी और नाले उफान पर आने से कुछ ऐसे पुल है जो टूटकर कागज की तरह बिखर गए लेकिन इन पुल के निर्माण को लेकर ना तो जनप्रतिनिधि आगे आ रहे है और ना ही प्रशासनिक अधिकारी इसमें दिलचस्पी ले रहे है ।
पुल निर्माण की बात तो दूर 2 महिने में प्रशासन इस पुल की मरम्मत तक नहीं करा पाया है। दरअसल हम बात कर रहे है लोधीखेड़ा खमारपानी मार्ग में कन्हान नदी पर बने रंगारी पुल की जो दो कई महिनों से क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है, इस साल हुई बारिश में यह पुल पूरी तरह से उखड़ चुका है।
जिससे इस मार्ग में रहने वाले लगभग 55 गांव के वाशिंदे अपनी जान हथेली पर रखकर आवागमन करने को मजबूर हो गए है। गौर करने वाली बात यह है कि इस टूटे पुल की जगह प्रशासन ने एक अन्य रास्ते से खमारपानी और बिछुआ से सौंसर जाने वाले राहगीरों का आवागमन प्रारंभ करा दिया है लेकिन यह रास्ता लगभग 25 किमी लंबा है, ऐसे में लोग जान हथेली पर रखकर इसी टूटे पुल से आवागमन करने को मजबूर है।
रस्सी के सहारे चढ़ा रहे बाईक, हो ना जाए हादसा
इस पुल पर लोग रस्सी के सहारे अपनी बाईक पुल कराने की जहमत उठा रहे है, समझा जा सकता है कि यह काफी घातक हो सकता है, लेकिन बावजूद इसके जान हथेली पर रखकर राहगीर अपनी जान की परवाह किए बिना है टूटे पड़े पुल को पार कर रहे है। कन्हान नदी के इस पुल पर रोजाना आपकों ऐसे नजारे देखने को मिल जाएंगे जिसे देखकर आपके रौंगटे खड़े हो सकते है ।
एबुंलेस को गांव में जाने में लग जाते है आधे घंटे
रंगारी से जुड़़े गांव का यह पुल टूट चुका है, ऐसे में इन गांव में यदि कोई बीमार पड़ जाता है या फिर प्रसव पीड़ा से जूझ रहे महिला को अस्पताल लाना होता है तो पुल ना होने के कारण एबुंलेंस को दूसरे रास्ते से तकरीबन 25 किमी का सफर तय करना पड़ता है, ऐसे में जिन गांव में पहुंचने में 10 मिनट लगते थे, वहां 30 मिनट का सफर करना पड़ रहा है।
Source link