दैनिक भास्कर ने ‘महाकाल लोक’ के लिए दीं 5 ई-कार्ट: इनमें बैठकर बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे और दिव्यांग 930 मीटर लंबा कॉरिडोर घूम सकेंगे

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उज्जैन11 घंटे पहले
उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दर्शन और ‘महाकाल लोक’ देखने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दैनिक भास्कर ने 5 ई-कार्ट दी हैं। इन ई-कार्ट से खासकर बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे और दिव्यांग ‘महाकाल लोक’ का 930 मीटर लंबा कॉरिडोर घूम सकेंगे।
रविवार को दैनिक भास्कर कॉर्पोरेट ऑफिस के COO (ऑपरेशंस) राकेश गोस्वामी ने गाड़ियों की चाबियां महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासक संदीप सोनी को सौंपी। कलेक्टर ने फेमिली को बैठाकर खुद ई-कार्ट को ड्राइव किया।
‘महाकाल लोक’ में ई-कार्ट से घूमने का कोई चार्ज नहीं लिया जाता। ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को किया था। तब से ही हर दिन इसे देखने वाले देश-विदेश से आ रहे हैं।
कलेक्टर ने पत्नी के साथ पूजा कर ई-कार्ट शुरू कीं
कलेक्टर आशीष सिंह ने महाकाल के दर्शन के बाद पत्नी के साथ ई-कार्ट का पूजन कर इनकी शुरुआत की। उन्होंने कहा- ये दैनिक भास्कर की अच्छी पहल है। इससे आम श्रद्धालुओं को फायदा होगा। इस मौके पर भास्कर के स्टेट सर्कुलेशन हेड (इमर्जिंग मार्केट मप्र) विकास पाटोदी भी मौजूद रहे।

महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह ने पूजा के बाद ई-कार्ट की शुरुआत की। उन्होंने कहा- भास्कर की पहल से आम श्रद्धालुओं का फायदा होगा।

कलेक्टर के साथ उनकी पत्नी भी थीं। भास्कर कॉर्पोरेट ऑफिस के COO (ऑपरेशंस) राकेश गोस्वामी ने गाड़ियों की चाबियां कलेक्टर को सौंपी।
खबर से गुजरते हुए ‘महाकाल लोक’ के बारे में भी जान लीजिए…

‘महाकाल लोक’ पहले चरण में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से 4 गुना बड़ा है। दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद यह 9 गुना बड़ा हो जाएगा। पूरे कैंपस को घूमने और दर्शन के लिए 4 से 5 घंटे का वक्त लगेगा।
‘महाकाल लोक’… शिव का अद्भुत, अकल्पनीय और अलौकिक संसार। दिव्यता, भव्यता और आध्यात्मिकता के इस संगम ने 4 साल की मेहनत के बाद आकार लिया है। पहले फेज के बाद अब दूसरे फेज का काम हो रहा है। पूरे ‘महाकाल लोक’ (फर्स्ट फेज) में 15 हजार टन राजस्थानी पत्थर लगाया गया है।
महाकाल के आंगन को 856 करोड़ रुपए की लागत से 2 फेज में डेवलप किया जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद 2.8 हेक्टेयर में फैले महाकाल का पूरा एरिया 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। 930 मीटर लंबे कॉरिडोर पर चलते हुए भक्त महाकाल मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचेंगे। कॉरिडोर पर चलते हुए उन्हें बाबा महाकाल के अद्भुत रूपों के दर्शन तो होंगे ही, शिव महिमा और शिव-पार्वती विवाह की भी गाथा देखने-सुनने को मिलेगी।
इसे बनाते समय पर्यावरण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। हैदराबाद से विशेष पौधे मंगाए गए। इसके अलावा शमी, बेलपत्र, नीम, पीपल, रुद्राक्ष और वटवृक्ष भी रोपे गए हैं। डेवलप एरिया महाकाल वन का हिस्सा है।

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