निगम-मंड़लों में नियुक्तियों के पहले विवाद: BJP के पूर्व मंत्री ने विधायकों के एडजस्टमेंट पर जताई आपत्ति, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

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भोपाल31 मिनट पहले

फाइल फोटो

मप्र में लंबे समय से राजनैतिक पुनर्वास के इंतजार में बैठे बीजेपी नेताओं के लिए आस जगी है। निगम-मंड़लों में नियुक्तियों को लेकर नामों पर मंथन जारी है। शनिवार को रातापानी में हुई बीजेपी की बैठक में निगम-मंड़लों में नेताओं को एडजस्ट करने को लेकर चर्चा हुई है। निगम-मंड़लों में कांग्रेस से बीजेपी में आए नेताओं को नवाजे जाने से नाराज चल रहे विधायकों को भी अब मंत्रियों का दर्जा दिया जा सकता है। बीजेपी अभी नाम तय नहीं कर पाई इससे पहले ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने ट्वीट कर निगम-मंड़लों में नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं। विश्नोई ने ट्वीट कर लिखा- कार्यकर्ताओ की पार्टी भाजपा में अनेको योग्य कार्यकर्ता आरक्षण अथवा किसी अन्य कारण से विधायक नही बन पाते है। विधायको को निगम मंडल में पद देना, ऐसे कार्यकर्ताओ के साथ अन्याय होगा।

कांग्रेस का दावा- कई मंत्रियों की हो सकती है छुट्‌टी

रातापानी में हुई बीजेपी की विशेष बैठक से कई मंत्रियाें को दूर रखे जाने पर कांग्रेस ने दावा किया है। कई मंत्रिमंड़ल से कई मंत्रियों की विदाई हो सकती है। कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष नरेन्द्र सलूजा ने कहा सलूजा ने कहा कि वैसे तो यह बैठक भाजपा का आंतरिक मामला है लेकिन, जिस तरह से इस बैठक में प्रदेश मंत्रिमंडल के सिर्फ आठ मंत्रियों को शामिल करना,कई सवाल खड़े कर रहा है। इस बैठक के बारे में यह प्रचारित किया गया कि इस बैठक में अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग ,पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए रणनीति बनाई गई और यह बैठक बड़ी महत्वपूर्ण थी , भोपाल से दूर एकांत में आयोजित की गई ,5 किलोमीटर दूर से ही लोगों को रोक दिया गया था।इस बैठक के कारण मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री स्वच्छता को लेकर राष्ट्रपति जी से प्रदेश को मिले अवार्ड तक ,बैठक छोड़कर लेने जाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाये। इस बैठक में अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग , पिछड़ा वर्ग को साधने की रणनीति पर चर्चा हुई लेकिन उसके बावजूद इन वर्गों से आने वाले वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव ,विजय शाह ,कमल पटेल ,तुलसी सिलावट ,ओमप्रकाश सकलेचा ,प्रदुमन तोमर ,प्रभु राम चौधरी ,बिसाहूलाल सिंह ,गोविंद राजपूत ,महेंद्र सिसोदिया ,प्रेम पटेल ,बृजेंद्र प्रताप सिंह ,हरदीप ढंग ,भारत कुशवाह ,रामखेलावन पटेल ,रामकिशोर कावरे ,बृजेंद्र यादव ,सुरेश धाकड़ व ओपीएस भदौरिया जैसे मंत्रियों को इस बैठक से दूर रखा गया ? आश्चर्य की बात है कि प्रदेश मंत्रिमंडल की 3 महिला सदस्य यशोधरा राजे सिंधिया ,उषा ठाकुर और मीना सिंह को भी इस बैठक से दूर रखा गया ?

मंत्रियों की पकड़ हुई खत्म- सलूजा सलूजा ने कहा कि लगता है कि इन मंत्रियों का भविष्य में मंत्रिमंडल से पत्ता कटना तय है या इनकी जनता में वास्तविक पकड़ की जानकारी भाजपा संगठन को लग चुकी है ,शायद इसीलिए आगामी चुनाव की बैठक की महत्वपूर्ण रणनीति से इन्हें दूर रखा गया है। जिन वर्गों से यह मंत्री आते हैं ,उन वर्गों को साधने के लिए इस बैठक में चिंतन किया गया लेकिन उन वर्गों के प्रतिनिधि इन मंत्रियों को इस बैठक से दूर रखना कई बड़े सवाल खड़े कर रहा है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- जिसकी जहां जरूरत उसे वहां बुलाया जाता है

रातापानी में बैठक करने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा ये रूटीन बैठकें भाजपा में चलती रहतीं हैं। सेवा पखवाडे़ की समीक्षा, आगामी राजनैतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई। कई मंत्रियों को न बुलाने पर वीडी ने कहा- काम की दृष्टि से अलग- अलग प्रकार के काम लोगों के पास होते हैं। जहां जिसकी आवश्यकता होती है उस बैठक में वे शामिल होते हैं।

विश्नोई पहले भी दिखा चुके हैं बगावती तेवर यहां पढ़ें खबर

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