सेवा केंद्र प्रभारी बीके किरण ने कहा: भाई और बहन के आत्मिक व पवित्र नाते को बांधकर रखने की डोर है भाई दूज

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Harda
- Bhai Dooj Is The Door To Keep The Spiritual And Holy Relationship Of Brother And Sister Tied.
हरदा35 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र ओम शांति भवन में भाई दूज का त्योहार मनाया गया। सेवा केंद्र प्रभारी बीके किरण ने भाई दूज का वास्तविक महत्व बताते हुए कहा कि भाई दूज भाई बहन के आत्मिक व पवित्र नाते को बांधकर रखने की डोर आत्मिक प्रेम है। भाई दूज के दिन बहन भाई को मस्तक पर तिलक लगाती है तिलक लगाने का भाव यह है कि आत्मिक स्वरूप में टिक कर आत्मिक स्वरूप की स्मृति दिलाना है।
भाई दूज के दिन बहन भाई को भोजन खिलाती है । बहन भाई के लिए उसके स्वास्थ्य एवं लंबी आयु की मंगल कामना करती है। भाई बहन को कोई ना कोई सौगात या खर्ची देते हैं। यहां ब्रह्माकुमारी बहने भाइयों से कोई स्थूल सौगात नहीं लेकिन स्वयं की ही कोई न कोई सूक्ष्म कमी कमजोरी या कोई एक बुराई भेंट स्वरूप में लेती है। सिराली सेंटर से आए बीके भव्यता बहन ने भाई दूज का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा चंदन का तिलक लगाने का अर्थ है कि आत्मिक स्वरूप में टिक कर आत्मा के वास्तविक गुणों को अपने कर्म में लाना है जिससे भाई बहन कि रिश्ते में मधुरता बनी रहे।
भाई या बहन से कोई गलती हो जाए तो एक दूसरे से क्षमा मांग कर प्रेम से एक दूसरे के प्रति शुभ भावना शुभकामना रखना हमारा कर्तव्य है। ब्रह्माकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय से आए बीके ललित भाई ने कहां बहुत सारी समस्याएं हमारे ज्यादा बोलने के कारण पैदा होती है। इसीलिए कम बोलो धीरे बोलो मीठा बोलो। इस स्लोगन को अपने जीवन में धारण करना है।
Source link