नर्मदा तट पर छठ पूजा: मंडला में अस्त होते सूर्य को दिया अर्घ्य, रपटा घाट में उमड़ी भीड़

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मंडला5 घंटे पहले
नहाय खाय के साथ छठ पूजा शुक्रवार से ही प्रारंभ हुई थी। रविवार को षष्ठी तिथि होने के कारण नर्मदा तट के रपटा घाट पर छठ पूजा करने वालों की भारी भीड़ रही। लोगों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
षष्ठी तिथि को पूजा करने वाले घरों में पकवान बना कर शाम के समय नर्मदा तट पर गन्ने का मंडप बनाया। बांस के सूप में फल और ठेकुआ जैसे पकवान रखकर उन्हें अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ भेंट किया। सोमवार सुबह सप्तमी पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस वृत का समापन होगा। रविवार को महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाया।

36 घंटे का निर्जला उपवास
इससे पहले शुक्रवार को नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत हुई इस दिन महिलाओं ने सूर्योदय से पूर्व स्नान कर नए वस्त्र धारण कर पूजा करने के उपरांत चने की दाल कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण किया। व्रतधारी महिलाएं संतान की प्राप्ति, सुख-समृद्धि, संतान की दीघार्यु और आरोग्य की कामना के लिए साक्षात सूर्य देव और छठी मैया की आराधना करती हैं।
शनिवार को खरना के साथ निर्जला उपवास शुरू हुआ इस दिन व्रतधारी महिलाओं ने शाम को आम की लकड़ी से मिट्टी के बने चूल्हे पर गुड़ की खीर बनाकर भोग अर्पण किया और प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया।

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