नन्हें पर्यावरणविद डॉ. आदित्य राजे सिंह ने अदाणी की नर्सरी को सराहा

अंबिकापुर I छत्तीसगढ़ राज्य में योग और पर्यावरण विषय में शोध कर केवल 10 वर्ष की उम्र में ही दुनिया में अपना लोहा मनवाने वाले डा आदित्य राजे सिंह मंगलवार को अदाणी विद्या मंदिर में अक्षय ऊर्जा दिवस पर आयोजित एक समारोह में शामिल हुए। इतनी कम उम्र में डाक्टर की उपाधि प्राप्त करने तथा गोल्डन बुक आफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करने वाले आदित्य पर्यावरण के क्षेत्र में स्कूल के छात्रों को जागरूक करने अपने दो दिवसीय प्रवास में सोमवार को सरगुजा पहुंचे।
यहां उन्होंने उदयपुर ब्लाक में स्थित अदाणी विद्या मंदिर में पढ़ने वाले कक्षा नौवीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को संबोधित किया। आदित्य ने छात्रों को अपनी शोध और उपलब्धि के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को दुनिया में चल रहे पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न उपायों की जानकारी दी।
डॉ राजे ने छात्रों से कहा कि आप सभी भेंट के रूप में लोगों को एक पौधे लगाने के लिए दें ताकि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेड़ लगाया जा सके जिससे पर्यावरण तो अच्छा होगा ही साथ ही हम भी स्वस्थ रहेंगे।इनसे विद्या मंदिर के छात्र-छात्राएं काफी प्रेरित हुए। कक्षा 11वीं की छात्रा प्रीति गोंड, मनजीत सारथी व अन्य साथियों का कहना है कि इतनी कम उम्र में आदित्य को देखकर और उनकी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने की प्रतिभा हमें आश्चर्यचकित के साथ उनके जैसा कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहा है।स्कूल के प्राचार्य आशीष पांडेय ने कहा आदित्य राजे के यहां आने का उद्देश्य पर्यावरण को लेकर छात्र-छात्राओं में जागरूकता लाना था। इसके साथ ही सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य इलाके के छात्र-छात्राएं भी आदित्य राजे की तरह बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।




