नगर सरकार के 50 दिन पूरे: पीआईसी गठित फिर भी शुरू नहीं हो पा रहे नए काम, अध्यक्ष बोले- सीएमओ के खिलाफ लाएंगे निंदा प्रस्ताव

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Tikamgarh
- PIC Constituted Yet New Works Are Not Being Started, The Chairman Said Will Bring Condemnation Motion Against CMO
टीकमगढ़38 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

आवास कॉलोनी में फैला कचरा, नाली न होने से सड़कों पर आ रहा गंदा पानी।
नगर पालिका टीकमगढ़ का मुखिया बदले 50 दिन का समय बीत गया है। वहीं 3 सितंबर को पीआईसी (प्रेसिडेंट इन काउंसिल) का गठन भी हो गया लेकिन नए विकास कार्य शुरू होने की बात तो दूर पुराने काम भी नहीं हो पा रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष बनने और पीआईसी गठित होने पर लोगों को लगा कि अब पीएम आवास, पेयजल और शहर को स्वच्छ बनाने की कवायद शुरू होगी, लेकिन 50 दिन बाद भी शहर की स्थिति जस की तस है।
इसके पीछे सबसे बढ़ा कारण नगर पालिका सीएमओ रीता कैलासिया और नपाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार उर्फ पप्पू मलिक के बीच आपसी सामंजस्य का अभाव है। अक्सर सार्वजनिक मंचों पर कांग्रेस पार्षद और नगर पालिका अध्यक्ष सीएमओ का विरोध करते दिखे हैं। वहीं नपाध्यक्ष मलिक का कहना है कि लगातार सीएमओ कैलासिया से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है लेकिन उनका रवैया अब तक सहयोगात्मक नहीं रहा है। ऐसे में नवरात्रि तक और इंतजार करेंगे। इसके बाद परिषद की बैठक में सीएमओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाएंगे।
3 सितंबर को नगर पालिका अध्यक्ष मलिक ने अपने पार्षदों को साधने की कोशिश की लेकिन इसमें भी वरिष्ठ पार्षदों को नजर अंदाज किया गया। जिससे पीआईसी का गठन भी विवादों में रहा। नगर पालिका अध्यक्ष मलिक ने पार्षद राखी ध्रुव यादव को स्वच्छता एवं ठोस अवशिष्ट प्रबंधन, जसवंत वाल्मिकी को सामान्य प्रशासन, मधु नायक को यातायात, योजना, परिवहन और सूचना प्रौद्योगिकी, अनीस अहमद को पीएचई और सीवेज, नफीसा बानो को पीडब्ल्यूडी, उद्यान, विद्युत यांत्रिकी, ऊषा सुरेंद्र सोनी को शहर गरीबी उपसमन विभाग का दायित्व सौंपा।
वहीं निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हबीब राइन को भी पीआईसी में जगह देते हुए महत्वपूर्ण राजस्व, वित्त एवं लेखा विभाग का दायित्व सौंपा। जबकि 4 बार से पार्षद का चुनाव जीतकर आए वार्ड 25 के पार्षद राजकुमार यादव को नजरअंदाज कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो जिन पार्षदों की शिक्षा न के बराबर है, उन्हें बड़े-बड़े दायित्व सौंपे गए। ऐसे में शहर के निर्माण और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
हर महीने नगर पालिका को 3 करोड़ की जरूरत
नगर में विकास कार्यों के लिए हर महीने नगर पालिका को करीब 3 करोड़ रुपए की जरूरत है, लेकिन वर्तमान में वसूली शून्य है। ऐसे में नगर पालिका क्षेत्र में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। संपत्तिकर, जलकर, दुकान किराया, बाजार बैठकी सहित कई विभागों में वसूली पिछले कुछ महीनों से न के बराबर है। ऐसे में रिकवरी के टारगेट पूरा करने में नगर पालिका पिछड़ रही है।
दीपावली तक कर्मचारियों को साफ-सफाई के निर्देश
शहर में बिगड़ रही सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए किए जा रहे प्रयास नकाफी हैं। मंगलवार को सफाई कर्मचारियों की बैठक नपाध्यक्ष ने ली। जिसमें सफाई कर्मचारियों ने मांग रखी कि उन्हें कलेक्टर दर से मानदेय दिया जाए। जिस पर नपाध्यक्ष ने कर्मचारियों के 1-1 हजार रुपए बढ़ाने की बात कही। उन्हांेने कहा कि यह बढ़ी हुई राशि उन्हीं सफाई कर्मचारियों को मिलेगी जिनकी परफार्मेंस बेहतर होगी।
लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करेंगे: नपाध्यक्ष
नपा में फील्ड वाले कर्मचारियों को आफिस में बैठने नहीं दिया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो भी नगर पालिका के विकास कार्य में बाधक बनेगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा। – अब्दुल गफ्फार मलिक, अध्यक्ष, नगर पालिका, टीकमगढ़
हर काम की मॉनीटरिंग कर रही हूं : सीएमओ
विकास कार्यों को लेकर नई परिषद के जनप्रतिनिधियों का सहयोग कर रही हूं। कुछ सरकारी मीटिंगों में दूसरे जिले में जाना पड़ता है। इसलिए कुछ बैठकों में शामिल नहीं हो पाई। पिछले कुछ दिनों से वायरल इंफेक्शन के चलते बीमार हूं फिर भी नगर पालिका के हर काम की मॉनीटरिंग कर रही हूं। -रीता कैलासिया, सीएमओ
Source link