नगर विकास मंच की हड़ताल खत्म: 3 दिनों तक चले भूख हड़ताल के बाद माना रेलवे, तीन ट्रेनों के लिए मांगा एक माह का समय

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अनूपपुर6 घंटे पहले

रेलवे के मनमानी रवैया को लेकर जिले भर में आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर नगर विकास मंच ने कलेक्टर को 13 सितंबर को ज्ञापन सौंपकर जैतहरी में ट्रेनों के ठहराव की मांग की थी। स्टॉपेज की मांग पूरी नहीं होने पर नगर विकास मंच ने 17 सितंबर से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की। 3 दिनों तक चले क्रमिक हड़ताल के बाद 21 सितंबर से नगर विकास मंच और रेलवे संघर्ष समिति के सभी लोगों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी।

3 दिनों तक चले भूख हड़ताल के बाद शुक्रवार को रेलवे ने सहमति पत्र देते हुए तीन ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए एक माह का समय मांगा है। रेलवे ने कहा कि 1 माह के अंदर तीन ट्रेनों का स्टॉपेज जैतहरी रेलवे स्टेशन में किया जाएगा। ज्यूस पिलाकर इन सभी का अनशन तोड़ा गया।

इन ट्रेनों का मिला स्टॉपेज

रेलवे ने लिखित में सहमति देते हुए नर्मदा एक्सप्रेस, बिलासपुर- रीवा- बिलासपुर और उत्कल एक्सप्रेस इन तीन ट्रेनों की स्टॉपेज के लिए एक माह का समय मांगा है। बता दें कि जैतहरी के लोगों ने रेलवे से इंदौर- बिलासपुर-इंदौर (नर्मदा एक्सप्रेस), रीवा-बिलासपुर- रीवा, ऋषिकेश-पुरी-ऋषिकेश (उत्कल एक्सप्रेस), अंबिकापुर-दुर्ग-अंबिकापुर ,भोपाल-दुर्ग-भोपाल , चिरमिरी-बिलासपुर-चिरमिरी ट्रेनों की रेलवे से स्टॉपेज की मांग की थी। जिसमें से रेलवे ने तीन ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए लिखित सहमति पत्र दिया है।

नगर विकास मंच ने शुरू की भूख हड़ताल

नगर विकास मंच ने 17 सितंबर से क्रमिक भूख हड़ताल में थे। नगर विकास मंच ने बताया कि कोरोना काल के पहले जैतहरी में विभिन्न ट्रेनों का ठहराव होता था। लेकिन कोरोना काल के बाद बंद पड़ी ट्रेनों को रेलवे ने फिर से प्रारंभ नहीं किया। जैतहरी के लोगों ने विभिन्न माध्यमों से रेलवे को ज्ञापन सौंपकर ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग की थी।

उसके बाद भी रेलवे द्वारा मनमानी तरीके से ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं किया जा रहा। ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से जैतहरी नगर के आसपास के ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले निवासी एवं जैतहरी के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।

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