नगर में दिखा सूर्य ग्रहण: दिन भर मंदिरों के कपाट रहे बंद, ग्रहण के बाद श्रद्धालुओं ने पवित्र नर्मदा में लगाई डुबकी

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Mandla
- The Doors Of The Temples Remained Closed Throughout The Day, After The Eclipse, Devotees Took A Dip In The Holy Narmada
मंडलाएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन परंपरागत मान्यताओं में इसका अपना अलग ही धार्मिक महत्त्व है। दीपावली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण समाप्ति के बाद नर्मदा तट में आस्था का सैलाब उमड़ा। ग्रहण की प्रभाव अवधि खत्म होने के बाद लोगों ने पवित्र नर्मदा में डुबकियां लगाकर दान-पुण्य किया। श्रद्धालुओं ने राशियों के हिसाब से सबसे पहले भोजन ग्रहण की परंपरा को भी निभाया।
ग्रहण का प्रभाव शुरू होने के बाद उसकी अवधि तक सूतक काल माना जाता है। सूर्य ग्रहण दोपहर 2.29 से प्रारम्भ होकर शाम 6.32 पर समाप्त हुआ। ग्रहण के चलते नगर के पवित्र मंदिरों के कपाट सुबह से ही बंद कर दिए थे, ग्रहण समाप्ति के बाद 7 बजे मंदिर खुले। ग्रहण खत्म होने के बाद आस्थावान लोग पवित्र नदी, तालाबों के घाट पहुंचे और डुबकी लगाई। ग्रहण के बाद नर्मदा में स्नान का भी विशेष महत्त्व है। नगर के रपटा घाट, संगम घाट सहित अन्य घाटों में लोगों की भीड़ उमड़ी। स्नान के बाद लोग दान-पुण्य करते दिखे।

ग्रहण खत्म होने के बाद आस्थावान लोग पवित्र नदी, तालाबों के घाट पहुंचे और डुबकी लगाई।


ग्रहण समाप्ति के बाद 7 बजे मंदिर खुले।
Source link