धार में महिला कांग्रेस नेत्रियों ने सीएम का पूतला फूंका: किसानों को कर्ज के कारण आत्महत्या का कदम उठाना पड़ रहा, महिला कांग्रेस नेत्रियों का प्रदर्शन

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धारएक घंटा पहले
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देश व प्रदेश में रसोई गैस, पेट्रोल डीजल और घरेलू खाद्य सामग्री में बढ़ती महंगाई व शिक्षित युवाओं को रोजगार नहीं मिलने और प्री पैकेज्ड अनाज, आटा को लेकर शुक्रवार दोपहर के समय कांग्रेस नेत्रियों ने धार में प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला कांग्रेस के पदाधिकारी सबसे पहले कार्यालय पर एकत्रित हुए, जहां से सीधे त्रिमूर्ति चौराहे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूतला फूंका गया। इसके बाद एसडीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
ज्ञापन का वाचन करते हुए शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष माधुरी सोनी द्वारा बताया गया कि .रसोई गैस की कीमत आज 1 हजार रूपए से ऊपर, दाल 200 रू. किलो. खाद्य तेल 150 रू. लीटर से ऊपर पहुच चुका है, लेकिन सरकार का इस और कोई ध्यान तक नही है। और प्रधानमंत्री वादे पर वादे किये जा रहे है।
सरकार ने घरेलू खाद्य सामग्री दूध दही, सहित अनेको वस्तुओं पर जी.एस.टी. लगाकर आम जनता पर महंगाई का बौझ डाल दिया हे जिससे मध्यम परिवारों एवं गरीब परिवारों मजदूर के घर का बजट बिगड़ चुका है, आम जनता महंगाई से त्रस्त हो चुकी। बढ़ती महंगाई से किसान, मजदूर ,गरीब, छात्र, कर्मचारी, मध्यम वर्गीय व्यापारीयों, आदि को भारी आर्थिक बोझ उठाना पड रहा है।
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुच चुका है, मध्यप्रदेश में भाजपा के राज में डंपर घोटाला, व्यापम घोटाला, कारम डैम घोटाला जैसे अरबों के घोटाले हो चुके है, वर्तमान में बच्चों के पोषण आहार घोटाले में शिवराज सिंह चौहान के अधीन मंत्रालय महिला बाल विकास विभाग में अरबों का घोटाला उजागर हुआ है। इस तरह आम जनता की गाढ़ी कमाई को लुटा जा रहा है।
किसानों को उपज फेंकना पड़ रहा
महिला कांग्रेस अध्यक्ष विजेता त्रिवेदी ने बताया कि केंद्र एवं मप्र की भाजपा सरकार की नीतियों के कारण देश का किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री किसानों की आय दोगुनी करने के वादे करते है, और एक तरफ किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य खर्च करने से भी कम मिल रहा है, किसानों को लहसुन, प्याज, की अपनी को फेंकना पड रहा है, नहीं उनकी लागत और न ही उन्हें मंडी पहुंचने तक का भाड़ा निकल रहा है। जिससे किसानों को कर्ज के कारण आत्महत्या तक के कदम उठाना पड रहे है, किसानों को न ही समय पर यूरिया मिल पाता है, न ही अन्य कोई सरकारी राहत और सुविधा ऊपर से उनके कृषि उपकरणों पर सरकार ने जी.एस.टी. लगाकर किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। महिला नेत्रियों ने ज्ञापन के माध्यम से महंगाई कम करने की बात रखी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाए उपस्थित थी।
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