धार में चर्चीत सेंट टेरेसा मामला: पुलिस ने कोर्ट में पेश किया 16 हजार 500 पन्नों का चालान, 31 लोगों को बनाया आरोपी

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धार7 घंटे पहले
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धार में जनकल्याण के लिए दी गई जमीन को क्रय-विक्रय करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने बुधवार दोपहर को कोर्ट के समक्ष चालान पेश कर दिया है। हालांकि पुलिस ने पिछले माह के अंतिम सप्ताह में ही चालान बनकर तैयार हो कर लिया था। लगातार तारीखे बढ़ने के बाद अब कोर्ट में चालान ले लिया है।
धार के इतिहास का पहला इतना बडा चालान हैं, जिसमें 16 हजार 500 पृष्ठों में कई अहम सबूत आरोपियों को लेकर पेश किए गए है। कोतवाली पुलिस सुबह से ही धार कोर्ट पहुंच गई थी, इतने बड़े चालान के सभी दस्तावेजों को एक लोहे की पेटी में रखा गया। जिसमें मुख्य 130 पेज का इंडक्शन बनाया गया, सुबह से शुरू हुई कोर्ट की कार्रवाई के बाद दोपहर करीब 4 बजे तक चालान पेश हो गया।
इस मामले में कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार हो चुके कुल 31 आरोपियों का चालान पेश किया हैं। इसमें एक आरोपी जो वर्तमान में शासकीय कर्मचारी है। उनके खिलाफ चालान लगाने को लेकर अनुमति मांगी गई हैं, जिनके खिलाफ अलग से कार्रवाई की जाएगी।
धार एसपी को दी थी शिकायत
दरअसल, आदर्श सड़क पर स्थित सेंट टेरेसा कपाउंड को लेकर शिकायत धार एसपी को प्राप्त हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने जांच डीएसपी यशस्वी शिंदे को सौंपी। जिसके बाद इस भूमि के कई अहम कागज पुलिस के सामने आए। धार के ग्राम मगजपुरा के खसरा नंबर 29 रकबा नंबर 3-072 को लेकर दस्तावेजों का अवलोकन शुरू किया। इसमें सुधीर दास ने इस शासकीय भूमि को अपनी जमीन बताकर अपने साथियों के साथ मिलकर बेचने की बात सामने आई।
जांच के दौरान पाया गया कि विवादित शासकीय भूमि जो कि स्वाधीनता पूर्व रियासत काल में जनकल्याण नॉर्थ कार्यों के लिए उपलब्ध करवाई गई थी। इसको वृहद आपराधिक षडयंत्र के तहत कुटरचित दस्तावेजों के आधार पर कपटपूर्वक आशय से बेईमानी कारित करते हुए मप्र शासन को हानि कारित करते हुए अवैध लाभ कमाने के उद्देश्य से विवादित शासकीय भूमि को खुर्द बुर्द कर अर्जित किया।
इसमें विभिन्न संस्थाओं में समय-समय पर कार्यरत लोक सेवक भी शामिल रहे। ऐसे में पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद पिछले साल नवंबर माह में 28 नामजद सहित एक संस्था को आरोपी बनाया। करोडों रुपए कीमत के जमीन को लेकर कोतवाली थाने पर प्रकरण दर्ज किया। इसी मामले में चालान पुलिस ने पिछले माह 22 अक्टूबर को बनकर तैयार हो गया था, जिसे तैयार करने में करीब ढाई माह का समय लगा था। इस प्रकरण की जांच के लिए एसपी ने एसआईटी टीम का भी गठन किया था।
फरार है जैन दंपती
सेंट टेरेसा की जमीन को बेचने वाले भूमाफिया प्रकरण दर्ज होने वाले दिन से ही फरार चल रहे हैं। 11 माह से पुलिस सुधीर जैन, आयुषी जैन की तलाश कर रही है। पुलिस ने आरोपियों पर फरारी के दौरान इनाम भी घोषित किया, इसके बावजूद आरोपी नहीं मिले। ऐसे में पुलिस ने आरोपियों की संपत्ति कुर्की को लेकर कार्रवाई शुरू की।
इसमें धारा 82 के बाद धारा 83 की कार्रवाई की जा रही हैं, जिसमें संपत्ति चिन्हित करने के बाद सील लगाने की कार्रवाई कर प्रशासन ने अपने अधीन कर ली है। अब चालान पेश होने के बाद पुलिस के समक्ष दो महत्वपूर्ण काम इस प्रकरण को लेकर रहेंगे। इसमें पहला कुर्की के बाद नीलामी की प्रक्रिया की कार्रवाई की गति बढ़ाई जाएगी। साथ ही फरार आरोपियों की तलाश एक बार दोबारा शुरू की जाएगी।
बढ़ेंगे आरोपी
चालान की प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने रजिस्ट्री सहित परमिशन देने के दौरान पदस्थ रहे शासकीय कर्मचारियों के नाम चिन्हित कर रखे हैं। इस प्रकरण में इनकी भूमिका को लेकर पुलिस अब आगे की कार्रवाई करेगी। ताकि इन कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया जा सके। पुलिस ने करीब 5 तत्कालीन समय में रहे अधिकारी व कर्मचारियों को चिंहित कर रखा है।

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