धमतरी मड़ई में पुलिस की मानवीय पहल और चौकस सुरक्षा व्यवस्था, ड्रोन से निगरानी कर भीड़ पर रखा नियंत्रण

धमतरी, 25 अक्टूबर। गंगरेल मड़ई के दौरान धमतरी पुलिस ने सुरक्षा और सेवा दोनों मोर्चों पर उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। करीब 15 हजार की भीड़ वाले इस धार्मिक मेले में पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण और संवेदनशील मानवीय पहल से लोगों का दिल जीत लिया।

पुलिस अधीक्षक धमतरी के निर्देशन में पूरे मेला परिसर और आसपास के क्षेत्रों में प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर भीड़ प्रबंधन और शांति व्यवस्था बनाए रखी गई। आयोजन स्थल, पार्किंग एरिया और मुख्य मार्गों पर ड्रोन कैमरों के माध्यम से रीयल-टाइम निगरानी की गई, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं हुई और पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

पुलिस की संवेदनशीलता उस समय और भी झलकी जब मेला क्षेत्र में भीड़ के कारण पैदल जा रही महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को पुलिस जवानों ने अपनी वाहनों में बैठाकर गंगरेल से रूद्री तक सुरक्षित छोड़ा। इस मानवीय पहल ने श्रद्धालुओं को राहत दी और पुलिस की जनसेवा भावना को उजागर किया।
मेले की भीड़ में कुछ बच्चे अपने परिजनों से बिछड़ गए थे। पुलिस ने तत्परता और संवेदनशीलता के साथ सभी बच्चों को सुरक्षित उनके परिजनों से मिलवाया। इस कार्य की उपस्थित नागरिकों ने सराहना की और पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की।
पूरे आयोजन के दौरान एसपी धमतरी स्वयं स्थिति पर सतत नजर रखे हुए थे। सीएसपी धमतरी द्वारा भी स्थल का नियमित निरीक्षण, पेट्रोलिंग और भीड़ की निगरानी सुनिश्चित की गई। इसके अलावा संबंधित थाना क्षेत्रों में मातर मड़ई में भी पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिससे सभी कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए।
धमतरी पुलिस की इस मुस्तैदी और जनसेवा भाव ने मेला प्रबंधन को सुचारु रूप से संचालित करने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
धमतरी पुलिस का कहना है कि “पुलिस केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने का ही कार्य नहीं करती, बल्कि जनता की सुरक्षा और सहायता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
मेला प्रांगण में पुलिस की यह सेवा भावना लोगों के लिए विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक बन गई।




