दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग ने की आत्महत्या: दो महीने बाद भी नहीं हुई कार्रवाई, पीड़िता की मां ने एसपी से लगाई गुहार

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अनूपपुर7 घंटे पहले

अनूपपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक बेसहारा मां ने अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला का कहना है कि 22 सितंबर को उसकी 15 साल की बेटी का अपहरण हो गया था। तीन दिन बाद 25 सितंबर को किशोरी अलीनगर के एक घर में मिली। किशोरी ने बताया कि उसके साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया है। इसके अगले ही दिन किशोरी ने आत्महत्या कर ली। महिला का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, पुलिस ने एसपी से इसमें न्याय की गुहार लगाई है। मामला बिजुरी थाना क्षेत्र का है।

अज्ञात शख्स ने सूचना के लिए मांगे रुपए

महिला ने बताया कि 25 सितंबर को लगभग 3 बजे एक अज्ञात शख्स का फोन आया। उसने कहा कि मैं डोला ढाबा से बोल रहा हूं। आपकी लड़की गुम है क्या? फिर उसने किशोरी का नाम बताया। मैंने कहा कि हां मेरी बेटी गायब है। इस पर शख्स ने बारह हजार रुपए मांगे। मैंने कहा कि हम गरीब लोग है। इतना पैसा नहीं दे पाउंगी। शख्स ने अपना फोन बंद कर लिया।

एक घंटे बाद वापस फोन आया। उसने कहा कि कितना पैसा दे सकते हो? मैं बोली कि तीन हजार रुपए तक दे सकती हूं। तब वह बोला कि शाम के 5 बजे बिजुरी बस स्टैंड के पास अकेले मिलो। किसी को साथ में लेकर नहीं आना। लड़के ने अपना नाम नहीं बताया। अज्ञात लड़के की बात महिला ने अपने पति को बताई। मेरे पति ने मुझे मोटरसाइकिल से बस स्टैंड के पहले छोड़ दिया।

बस स्टैंड लडका नहीं मिला। महिला ने उसे फोन लगाया, तो वह बोला कि वहीं पर रुको मैं नास्ता करके आ रहा हूं। अंधेरा होने पर लगभग 6-7 बजे उस लड़के ने मुझे फोन लगाकर बोला कि खेडिया पेट्रोल टंकी साइड आ जाओ, महिला पेट्रोल टंकी पहुंची। उसने फोन पर पेट्रोल टंकी के सामने लिपटिस के जंगल तरफ आने का कहा। मैं वहां पहुंची तो लडका काला कपड़ा पहना खड़ा था।

लड़का बोला कि रुपए दो। मैं बोली कि लड़की दिखाओं तब मैं पैसा दुंगी। तब वह बोला कि दस कदम आगे दूसरे दरवाजा वाले कमरे में आपकी लड़की है। बातचीत करने पर वो लड़का वहां से चला गया। महिला ने आसपास तलाश की तो एक बुजुर्ग महिला मिली। जिससे पूछा कि यह कौन सा जगह है? तो उसने बताया कि यह अलीनगर है। यहां एक कमरे में किशोरी मिल गई।

किशोरी ने मां को बताई पूरी घटना

पीड़ित की मां ने शिकायत में बताया कि मेरी बेटी ने बताया कि 22 सितंबर को मेरी एक सहेली का जन्मदिन था। होटल में जाकर जन्मदिन मनाया। उसके बाद रात में सहेली के घर लोहसरा आ गए। खाना खाने के बाद मुझे नशा जैसा लगने लगा। नींद आने लगी तब मैं बोली कि मुझे घर जाना है। सहेलियों ने मेरी साइकिल और स्कूल बैग छीन लिया। मुझे घर नहीं जाने दिया। मुझे जबरदस्ती तीनों लड़कों के साथ मोटरसाइकिल में बैठा दिया।

उन तीनों लड़कों में से एक लड़के को पहचानती हूं। जिसका नाम हेमू विश्वकर्मा है, जो लतार गांव का है। इस समय बिजुरी में रहता है। अन्य दो लड़कों को नहीं पहचानती। तीनों लड़के मोटरसाइकिल से रेल पटरी के किनारे किनारे ले जाकर मुझे जंगल के एक कुटिया में रखा। जब मुझे होश आया तो मैंने घर जाने का कहा।

वे तीनों लड़के उसी रात बाइक से लाकर मुझे अलीनगर के कमरे में बंद कर दिया। यहां तीनों लड़कों ने मेरे साथ कई दिनों तक बलात्कार किया। मैं बहुत शर्मिंदा हूं। मैं स्कूल नहीं जाउंगी। 26 सितंबर की रात को लगभग 12 बजे किशोरी ने ने कनेर दाना (जहर) खा लिया। हम उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। 27 सितंबर को सुबह 5 बजे जिला अस्पताल रेफर किया गया। सुबह 8 बजे उसकी मौत हो गई।

मामले की कर रहे जांच

इस मामले में थाना प्रभारी राकेश उईके ने बताया कि पीड़ित की मां ने जिन सहेलियों का जिक्र किया है। उनके बयान लिए जा रहा है। इसके साथ ही अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई हैं। वहीं प्रभारी पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि पीड़ित की मां ने शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही हैं।

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