जमीनी विवाद और चुनावी रंजिश को लेकर हुआ विबाद: दोनों झगड़ों में10 लोग हुए घायल, फायर भी हुए, जांच में जुटी पुलिस

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शिवपुरी37 मिनट पहले

शिवपुरी जिले के देहात थाना क्षेत्र के मझेरा गांव व गोवर्धन थाने के बनवारीपुरा गांव में चुनाव सहित जमीन रंजिश के चलते खूनी संघर्ष हो गया। दोनों झगड़ों में करीब दस लोग घायल हो गए हुए हैं। सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल युवक को उपचार के लिए मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों ही मामलों की विवेचना शुरू कर दी है।

देहात थाना क्षेत्र के मझेरा में एक गुर्जर परिवार के दो पक्षों में झगड़े की शुरूआत आठ साल पहले तब हुई जब दोनो पक्षों ने आदिवासी सीट पर अपने-अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे। इस चुनाव में मदन गुर्जर के पक्ष का आदिवासी चुनाव जीत गया, तब से दोनों पक्षों में बात-बात पर झगड़ा होता चला आ रहा है। जमीन के रास्ते को लेकर भी विवाद का सिलसिला जारी हो गया। इसी क्रम में रविवार की शाम दोनों पक्ष एक दूसरे से झगड़ा करने लगे और दोनों पक्षों की ओर से ताबड़तोड़ फायर शुरू हो गए।

मदन गुर्जर के अनुसार वह रविवार की शाम सहराने की तरफ से लौट रहे थे तभी पीपल के नीचे खड़े उधम सिंह सहित उसके बेटे बृज, संजीव, सहित आनंद सिंह, रंजीत, अवतार रास्ते में खड़े थे। उधम ने अचानक से मदन गुर्जर की गर्दन पर फरसे से प्रहार किया था। मदन के अनुसार आठ साल पहले चुनाव हारने के बाद से उधम सिंह व उसके पक्ष वाले लोग उन्हें मारना चाहते हैं। बकौल मदन इसी क्रम में दो दिन पहले उसके बड़े भाई रामबाबू को भी घेर कर मारने का प्रयास किया गया था। वहीं दूसरे पक्ष के अवतार सिंह गुर्जर का कहना है कि रविवार की देर शाम वह भैंस चराकर आया था और अपने घर में बैठा था।

इसी दौरान वकील, मोहर सिंह, इंदर, कोक सिंह, महेंद्र, वंटी, औतर, जगतार, मोनू सहित कई लोगों ने घर में घुस कर उन पर हमला बोल दिया। जब वह उसे और उसके पिता आनंद को मारपीट कर भाग कर जा रहे थे तो रास्ते में उन्हें उनके ताऊ उधम सिंह मिल गए। आरोपितों ने उन्हें भी घेर कर निर्मम पिटाई कर दी। इस दौरान दोनो पक्षों से ताबड़तोड़ फायर किए गए। जब इस बात की जानकारी पुलिस को लगी तो गांव में पूरा फोर्स गांव में तैनात कर दिया गया। समाचार लिखे जाने तक गांव में पुलिस फोर्स तैनात था।

दूसरा झगड़ा गोवर्धन थानांतर्गत ग्राम बनवारीपुरा में घटित हुआ। यहां दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। श्रीधर कुशवाह के अनुसार उसका भतीजा रघुवीर सरपंच के चुनाव में खड़ा हुआ था। उन्होंने उसे वोट नहीं दिए जिसके चलते वह चुनाव हार गया। इसी कारण वह उनसे रंजिश रखने लगे और उनका खेत के रास्ते से निकलना बंद करवा दिया।

इसी क्रम में रविवार की शाम जब वह खेत के रास्ते से से निकल रहे थे तो रघुवीर सहित उसके भाई कल्याण व पिता प्रीतम कुशवाह ने उस पर उसके भाई पर हमला बोल दिया। वहीं रघुवीर की बहू नर्मदा कुशवाह का कहना है कि दूसरे पक्ष ने बिना किसी कारण से उनके ससुर प्रीतम, जेठ रघुवीर, पति कल्याण पर हमला कर दिया गया। सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।

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