लाभ पंचमी पर कृषि उपज मंडी में मुहूर्त के सौदे: सोयाबीन 6211.25, गेहूं 2515.25 और ज्वार 2011.25 रु. क्विंटल के भाव बिकी

[ad_1]

शाजापुर35 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

दीपावली के अवकाश के बाद शनिवार को लाभ पंचमी पर एबी रोड स्थित कृषि उपज मंडी में मुहूर्त के सौदे हुए। मुहूर्त में सोयाबीन का सौदा 6 हजार 211 रुपए 25 पैसे प्रति क्विंटल और गेहूं 2 हजार 515 रुपए 25 पैसे प्रति क्विंटल में बिका। वहीं ज्वार 2 हजार 11 रुपए 25 पैसे प्रति क्विंटल में बिकी।

दीपावली की छुट्टियों के बाद कृषि उपज मंडी में मुहूर्त के सौदे होने की परंपरा है। त्योहार के बाद मंडी के खुलने को व्यापारी नए साल के रूप में मनाते हैं और मुहूर्त के सौदे करते हैं। इस दौरान व्यापारी किसानों की उपज को बाजार भाव से दोगुने और तीन गुना भाव पर खरीदते हैं। अनाज व्यापारी संघ के अध्यक्ष किरण ठाकुर ने बताया कि शनिवार को मुहूर्त पर उत्साह का माहौल रहा और किसानों से लेकर व्यापारियों में इस बात को लेकर उत्सुकता रही कि कौन सबसे बड़ी बोली लगाता है। चूंकि मुहूर्त के सौदे में उपज का दोगुना से तीन गुना तक भाव रहता है। लिहाजा तमाम किसान इस उम्मीद के साथ पहले से ही अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच जाते हैं कि मुहूर्त के सौदों में उनकी उपज खरीदी जाए।

व्यापारियों ने बढ़- चढ़कर बोली लगाई
मुहूर्त के सौदे में सबसे पहले सोयाबीन का सौदा 6211.25 प्रति क्विंटल में हुआ। यह बाेली अग्रसेन ट्रेडिंग कंपनी के राहुल मंगल ने लगाई। अन्नपूर्णा ट्रेडर्स के जितेंद्र राठौर ने 6251.25 रुपए, जनता ट्रेडर्स के नितिन राठौर ने 5761.25 प्रति क्विंटल और श्रीराम ट्रेडर्स के योगेंद्र सिंह ठाकुर ने 5511.25 प्रति क्विंटल के हिसाब से सोयाबीन की खरीदी की। गेहूं का मुहूर्त सौदा 2515.25 प्रति क्विंटल में हुआ। यह बोली गिरिराज ट्रेडर्स के नरेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा लगाई गई। ज्वार का मुहूर्त सौदा 2011.25 प्रति क्विंटल में हुआ। यह बोली गणेश इंटरप्राइजेस के विजेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा लगाई गई। इसके बाद भी नीलामी का दौर चलता रहा।

मुहूर्त का सौदा समृद्धि का प्रतीक
हर वर्ष दीपावली अवकाश के बाद लाभ पंचमी पर मुहूर्त के सौदे होते हैं। इस बारे में व्यापारियों का कहना है कि हर साल लाभ पंचमी पर नए सिरे से आगाज माना जाता है व एक तरह से व्यापारिक नव वर्ष की शुरुआत भी होती है। व्यापारी व किसान मुहूर्त में सौदा करने को बेहतर, खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक मानते हैं। उनका मानना है कि शुभ मुहूर्त में सौदा करने से वर्ष भर बेहतर व्यापार रहता है। इसलिए व्यापारी ऊंची बोली लगाकर मुहूर्त के सौदे करते हैं।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button