विरोध के बाद नर्सिंग होम सील: रीवा में निजी चिकित्सक के इलाज से प्रसूता की प्रयागराज में मौत, आक्रोशित परिजनों ने रामबाग चौराहे में किया चक्काजाम

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रीवा4 घंटे पहले
नर्सिंग होम में लगा ताला
- पनवार थाने के रैकवार गांव का रहने वाला है पीड़ित परिवार
रीवा जिले के पनवार थाना अंतर्गत रामबाग चौराहे में प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने चक्काजाम कर किया। बुधवार की दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक दो घंटे चले बवाल के बाद पुलिस प्रशासन ने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सील करा दिया है।
साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने व हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके बाद परिजन पोस्ट मार्टम के लिए राजी हुए। पीएम उपरांत पुलिस की मौजदूगी में अंतिम संस्कार करा दिया गया है। फिलहाल पनवार पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ये है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक रामबाग स्थित बरगढ रोड़ पर चिंतामणि तिवारी के मकान पर देव नर्सिंग होम संचालित है। दावा है कि नर्सिंग होम संचालक डॉ. मोहित पाण्डेय और उनकी पत्नी डॉ. पल्लवी पाण्डेय सभी प्रकार के ऑपरेशन आदि की व्यवस्था होने की बात करते है। झांसे में आकर 23 अगस्त को प्रसूता अर्चना तिवारी पति पवन तिवारी 30 वर्ष निवासी रैकवार थाना पनवार देव नर्सिंग होम में भर्ती हुई। काफी मशक्कत के बाद 25 अगस्त को अर्चना तिवारी ने एक बच्चे को जन्म दिया।

रामबाग चौराहे में चक्काजाम
डिलीवरी के बाद बिगड़ी तबियत
आरोप है कि महिला को लेबर पेन नहीं हुआ। इसके बाद भी चिकित्सक दंपति ने पैसे के लालच में समय से पहले डिलीवरी करा दी। दो दिन बाद निजी चिकित्सकों ने खून की कमी बताई। तबियत बिगड़ता देख अर्चना के पति 28 अगस्त को रीवा ब्लड बैंक से खून लेकर पहुंचे। खून चढ़ते ही प्रसूता को उल्टियां होने लगी। डर के मारे नर्सिंग होम संचालक डॉ. मोहित पाण्डेय प्रयागराज लेकर प्रसूता को चल दिया। 29 अगस्त को महिला ने दम तोड़ दिया। महिला के मृत होते ही चिकित्सक दंपति फरार हो गए। किसी तरह परिजन 30 अगस्त को लाश लेकर गांव पहुंचे।
गांव वालों ने मचाया बवाल, मांगा मुआवजा
31 अगस्त को सुबह से गांव वाले एकत्र होकर रामबाग चौराहे पहुंचे। उन्होंने प्रसूता की मौत का जिम्मेदार देव नर्सिंग होम संचालक डॉ. मोहित पाण्डेय और उसकी पत्नी डॉ. पल्लवी पाण्डेय को बताया। कहा कि जब तक डॉक्टर दंपति पर हत्या का प्रकरण नहीं दर्ज हो जाता। साथ ही नर्सिंग होम सील नहीं होता है। तब तक चक्काजाम जारी रहेगा। वहीं नर्सिंग होम बिल्डिंग के मालिक पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग की। कहा कि मृतका के तीन बेटियां है। चौथा पुत्र पांच दिन पहले दुनिया में आया है। लेकिन गलत इलाज के चलते प्राण गवाना पड़ा है।
2 घंटे का बवाल, नर्सिंग होम में लगा ताला
बता दें कि दो घंटे तक चले बवाल के बाद लॉ एंड आर्डर की स्थितियां बन गई। पनवार थाना सहित जवा, अतरैला और डभौरा का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। साथ ही एसडीओपी डभौरा विनोद सिंह, त्योंथर एसडीएम पीके पाण्डेय, जवा तहसीलदार उमेश तिवारी, बीएमओ डॉ. ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी ने जांच के बाद नर्सिंग होम सील कर दिया है। हालांकि नर्सिंग होम की सर्चिंग में कई संदिग्ध गतिविधियां मिली है। जिससे प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की है।
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