तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे किसान: नहर के पानी की कर रहे मांग, क्षेत्र में तीन-तीन मंत्री सुध लेने वाला कोई नहीं

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शिवपुरीएक घंटा पहले

शिवपुरी जिले के किसानों को खाद की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। किसानों को कई दिनों के इंतजार के बाद भी खाद नसीब नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर खाद की कालाबाजारी के कई मामले भी सामने आ चुके हैं। पर पोहरी विधानसभा क्षेत्र में किसानों को खाद की किल्लत के साथ साथ अब पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। पोहरी विधान सभा का किसान खाद को लेकर इतना परेशान हुआ कि कई बार किसानों ने सड़क पर जाम तक लगा दिया और अब किसानों को सूखते खेतों को बचाने के लिए भूंक हड़ताल बैठना पड़ा है।

तीन मंत्री फिर भी भूखे बैठे किसान

लगातार पोहरी विधानसभा के किसान खाद और पानी की किल्लत से जूझ रहे है। बैराड़ क्षेत्र के किसान तीन दिनों से नगर के पानी चाह में भूंक हड़ताल पर बैठे हैं जबकि इस विधानसभा में तीन-तीन मंत्री है सुरेश धाकड़ भाजपा विधायक हैं साथ ही वह PWD राज्य मंत्री भी है।

इसके अतिरिक्त दो पूर्व विधायक नरेंद्र विरथरे और प्रहलाद भारती इसी क्षेत्र से हैं जिन्हें शिवराज सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। इसके बावजूद किसानों की पीड़ा का समाधान करने किसी ने अपने हाथ आगे नहीं बढ़ाए।

जबकि पोहरी विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव जाकर रात्रि विश्राम कर रहे हैं और ग्रामीणों की समस्या का भी निदान कर रहें है। PWD राज्यमंत्री के रात्रि विश्राम के दौरान भजन मंडली में नाचते गाते, मजीरा बजाते के वीडियो भी खूब वायरल हुए हैं। परन्तु जो किसान अपनी असल समस्या को लेकर धरने पर बैठे है उनका निदान नहीं हो सका है।

तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे है किसान, नहीं ली किसी ने सुध

पोहरी विधानसभा के बैराड़ क्षेत्र के पचीपुरा तालाब से निकली नहर फूटने के कारण किसानों को खेतों के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। इस कारण किसानों के खेत सूखने की कगार पर आ गए हैं। पानी की मांग को लेकर किसान को भूख हड़ताल पर बैठे हुए है।

किसानों की यह भूख हड़ताल बैराड़ तहसील के सामने तीन दिनों से जारी है लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने अब तक किसानों की कोई सुध नहीं ली है।

दरअसल पचीपुरा तालाब से दो नहर निकली हैं। एक नहर ग्राम बरौद, लक्ष्मीपुरा, टोरिया, नैनागढ़ सहित कई गांवों के किसानों के खेतों तक पानी जाता है। इसके अलावा एक अन्य नहर से पचीपुरा, बैराड़, बबनपुरा, गौदोंलीपुरा आदि गांवों को खेतों को सिंचाई के लिए पानी जाता है, लेकिन पिछले लंबे समय से नहर फूटी होने के कारण किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है।

इसी क्रम में पचीपुरा, बैराड़ वाली नहर पिछले लंबे समय से फूटी हुई हैं और नहर की सफाई भी नहीं हुई है। इस कारण बबनपुरा और गौंदोलीपुरा के किसान लंबे समय से सिंचाई विभाग से नहर को सही करवाने की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिल सके। किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो किसानों को भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होना पड़ गया है।

आंकड़ों में समझिए हालात

-दोनों गांवों की आबादी 2000 -कृषि योग्य भूमि(बीघा) 1000 -टूटी हुई नहर -02 -पीडित किसान परिवार 500

इनका है कहना

तहसीलदार पोहरी प्रेमलता पाल का कहना है कि हमने सिंचाई विभाग वालों को बुलवा कर नहर का निरीक्षण करवा दिया है। वह नगर परिषद की जेसीबी आदि लेकर आज से नहर की सफाई आदि के काम के साथ-साथ जो भी मरम्मत होनी शुरू हो जाएगी।

खाद को भी परेशान किसान

पोहरी विधानसभा में बैराड़ क्षेत्र में किसानों को खाद की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। इसी के चलते अब तक उन्हें दो से तीन बार आंदोलन की राह अख्तियार करके चक्काजाम तक करना पड़ा है। इसके बावजूद भी किसान को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रहा है। खाद विक्रेता खाद की कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं। बीते रोज भी बैराड़ में प्रशासन ने एक खाद व्यवसायी द्वारा मोटा मुनाफा कमाने के लिए मैरिज गार्डन में खाद का स्टाक करके रखा गया खाद जब्त किया था।

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