डोर टू डोर विधिक साक्षरता शिविर संपन्न: न्यायाधीश बोले- घर घर की कहानी में विवाद नहीं होना चाहिए, 14 दिन से चल रहा था अभियान

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Burhanpur
  • The Judge Said There Should Not Be A Dispute In The Story Of The House, The Campaign Was Going On For 14 Days

बुरहानपुर (म.प्र.)2 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

नेपानगर के नेपा ऑडिटोरियम में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बुरहानपुर द्वारा 31 अक्टूबर से 13 नवंबर तक चलाए जा रहे विधिक जागरूकता और नागरिकों का सशक्तिकरण अभियान के तहत सशक्त नारी, समाज सशक्त को लेकर डोर टू डोर विधिक साक्षरता शिविर का समापन किया गया।

इस दौरान विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव और न्यायाधीश आशुतोष शुक्ल ने कहा-घर घर की कहानी में विवाद नहीं होना चाहिए, क्योंकि सास भी कभी बहु थी और बहु भी कभी सास बनेगी। अभियान अध्यक्ष, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश धरमिंदर सिंह राठौर के मार्गदर्शन में संचालित हुआ। जिसमें हर दिन अलग अलग गतिविधि आयोजित हुई। आमजन को कानून की जानकारियों से भी अवगत कराया गया। समापन अवसर पर अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार रखे।

यह रहे मौजूद

नेपा लिमिटेड के सीएमडी सौरब देब, अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह सोलंकी, जिला न्यायाधीश राकेश पाटीदार, सीजेएम कल्पना मरावी, आरती गौतम, संघप्रिय भद्रसेन, गुरुवेंद्र हुरमाडे, एसडीएम हेमलता सोलंकी, अजय गोयल, जयदेव माणिक मौजूद थे। संचालन शिक्षक संजय गुप्ता ने किया। आभार सिविल न्यायालय न्यायाधीश डॉ गौरव गर्ग ने माना।

स्टाल भी लगाए गए

समापन कार्यक्रम में ऑडिटोरियम के बाहर कृषि विभाग, स्वास्थ विभाग, नगर पालिका परिषद नेपानगर, जन अभियान परिषद, राज्य आजीविका मिशन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्टाल लगाकर लोगों को कानून की जानकारी दी गई। पीएलवी एलएल लौवंशी, शहज़ाद अली, अताउल्ला खान, महेश शिवहरे, अर्पिता राजपूत, शिवानी करोसिया, लोकेश स्वामी, सुधीर खेरदे, मुरारी रघुवंशी आदि भी मौजूद थे।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button