टॉयलेट में CCTV लगाने वाले रतलाम के स्कूल को क्लीनचिट: बाल आयोग बोला-कोई बड़ी बात नहीं; बच्चे गंदी ड्रॉइंग बनाते थे, इसीलिए ऐसा किया

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रतलाम33 मिनट पहले

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रतलाम के नामली स्थित सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल को बॉयज टॉयलेट में CCTV कैमरे लगाने के मामले में क्लीनचिट दे दी गई है। जांच करने पहुंची बाल संरक्षण आयोग की टीम ने स्कूल मैनेजमेंट को क्लीनचिट देते हुए तर्क रखा कि ये कोई बहुत बड़ा विषय नहीं है। शरारती बच्चे टॉयलेट में गंदी ड्रॉइंग बनाते थे, इसलिए ऐसा करना पड़ा।

बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने कहा, स्कूल की प्रिंसिपल ने टीम को बताया कि बच्चे टॉयलेट की दीवारों और टेबल पर गंदे कमेंट लिखते हैं। गंदी ड्रॉइंग बनाते हैं। इस वजह से स्कूल मैनेजमेंट ने CCTV लगाए थे, जिन्हें तुरंत हटा लिया गया। टीम ने भी जब जांच की तो टेबल पर इस तरह के गंदे कमेंट लिखे मिले। हालांकि, स्कूल मैनेजमेंट को कहा गया है कि कोई बच्चा गलत कर रहा है तो उसके पेरेंट को बुलाकर बच्चे को समझाएं। टॉयलेट में कैमरे लगाना तो प्राइवेसी का उल्लंघन है, ऐसा आगे नहीं होना चाहिए।

पहले भी नामली का यह स्कूल विवादों में रह चुका है। भारत माता की जय और बच्चों को तिलक नहीं लगाने देने के मामले यहां से सामने आ चुके हैं। इस पर बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने कहा कि कोई भी स्कूल मैनेजमेंट ऐसा करने से नहीं रोक सकता। ऐसा कोई करता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे।

क्या है मामला…?

6 दिन पहले नामली के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल मैनेजमेंट में चाइल्ड लाइन और बाल आयोग की टीम ने जांच की थी। बच्चों ने चाइल्ड लाइन में शिकायत की थी कि स्कूल मैनेजमेंट ने टॉयलेट में CCTV कैमरे लगवा रखे हैं। जांच में 2 बॉयज टॉयलेट में कैमरे लगे मिले थे। तब मैनेजमेंट को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था कि आखिर ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ी?

6 दिन पहले नामली के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल मैनेजमेंट में चाइल्ड लाइन और बाल आयोग की टीम ने जांच की थी। बच्चों ने चाइल्ड लाइन में शिकायत की थी कि स्कूल मैनेजमेंट ने टॉयलेट में CCTV कैमरे लगवा रखे हैं। जांच में 2 बॉयज टॉयलेट में कैमरे लगे मिले थे। तब मैनेजमेंट को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था कि आखिर ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ी?

स्कूल मैनेजमेंट ने दी ये दलील…

स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर निधि ने बाल संरक्षण आयोग की टीम को बताया कि बच्चे स्कूल के टॉयलेट की दीवारों और टेबल पर गंदे कमेंट और ड्रॉइंग बना देते थे। इस वजह से बॉयज टॉयलेट में कैमरे लगवाए थे। बाद में इन्हें हटवा लिया गया

स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर निधि ने बाल संरक्षण आयोग की टीम को बताया कि बच्चे स्कूल के टॉयलेट की दीवारों और टेबल पर गंदे कमेंट और ड्रॉइंग बना देते थे। इस वजह से बॉयज टॉयलेट में कैमरे लगवाए थे। बाद में इन्हें हटवा लिया गया

स्कूल से जुड़े पुराने विवाद

भारत माता की जय के नारे लगाने पर बच्चों को सस्पेंड कर दिया था

2018 में भारत माता की जय के नारे लगाने पर सेंट जोसेफ स्कूल (नामली) के बच्चों को सजा के तौर पर सस्पेंड कर दिया गया था। इसे लेकर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्कूल का घेराव कर दिया था। बच्चों का सस्पेंशन वापस लेने के बाद मामला शांत हुआ था।

कुमकुम-चंदन और तिलक लगाकर आए बच्चों को रोकने पर विवाद

इसी साल एक महीने पहले बच्चों को तिलक और कुमकुम-चंदन का टीका लगाकर आने पर रोका गया था। सेंट जोसेफ स्कूल मैनेजमेंट (नामली) के इस आदेश का पेरेंट्स ने विरोध किया था, तब जाकर इस आदेश को वापस लिया गया था।

17 साल की ट्रेनी नन ने लगा ली थी फांसी

रतलाम शहर में सेंट जोसेफ स्कूल की मैन ब्रांच है। इसी साल 8 महीने पहले यहां 17 साल की ट्रेनी नन ने फांसी लगा ली थी। डिनर के बाद नन अपने कमरे में गई थी। मैनेजमेंट के लोग ही उसे फंदे से उतारकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। नन अलीशान, ओडिशा की रहने वाली थी। यहां वह क्लास 11th की स्टूडेंट थी।

रतलाम में ट्रेनी नन ने सुसाइड किया:सेंट जोसेफ स्कूल में 17 साल की नन ने पंखे से फंदा लगाया, पेरेंट्स के आने तक पोस्टमॉर्टम रोका

3 साल पहले छात्रा से क्लासमेट ने किया था गैंगरेप

रतलाम शहर के सेंट जोसेफ स्कूल में सितंबर 2019 में 10वीं की छात्रा से उसके साथी छात्र और एक अन्य स्कूल के छात्र ने गैंगरेप किया था। आरोपियों ने बेहद शातिराना तरीके से पहले छात्रा को फोटोशॉप की अश्लील तस्वीरों से ब्लैकमेल कर दो हजार रुपए मांगे। यह रकम लेने के बहाने वे घर आए और दोनों ने छात्रा को अकेला पाकर गैंगरेप किया। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू कर दिया। दूसरी बार ढाई हजार रुपए मांगे। होटल ले जाकर रेप किया। तीसरी बार जब छात्रा को ब्लैकमेल किया तो उसने कान के टॉप्स दे दिए। मां को बच्ची के कान में टॉप्स नहीं दिखे, तब जाकर मामला खुला था।

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