टीकमगढ़ में मुस्लिम समाज का फैसला: 12वीं शरीफ के जुलूस में नहीं बजेंगे डीजे, समाज को डीजे के नुकसान बताकर करेंगे जागरूक

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टीकमगढ़4 घंटे पहले

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डीजे को लेकर मुस्लिम समुदाय ने रविवार को बड़ा फैसला लिया है। इस बार बारहवीं शरीफ के जुलूस में डीजे नहीं रहेंगे। शहर की जामा मस्जिद में रविवार शाम 6 बजे बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया। जिसमें शहर के अंजुमन सदर अब्दुल रज्जाक ने अध्यक्षता की। बैठक में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।

मीटिंग के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने अलग-अलग सुझाव रखे। कमरुद्दीन काजी ने कहा कि शहर के सभी मस्जिदों के इमाम उस एरिया के दस-दस लोगों को डीजे नहीं लाने की जिम्मेदारी सौंपें। एक गाड़ी पर स्टेज बनाकर 6 साउंड लगाएं। उसमें सिर्फ नात खान पढ़ी जाएगी। समाज ने निर्णय लिया है कि इसको लेकर मुस्लिम बस्तियों में जाकर समझाइश दी जाएगी। ताकि लोग जुलूस में डीजे लेकर ना जाएं और जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जाए। इसके लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।

डीजे के नुकसान बताए

बैठक में डीजे से होने वाले नुकसान बताए गए। समाज के लोगों ने कहा कि धर्म को लेकर कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे किसी दूसरे को तकलीफ हो। यही बात नई युवा पीढ़ी को समझाने का प्रयास मुस्लिम बस्तियों में जाकर किया जाएगा।

प्रशासन को सौंपेंगे ज्ञापन

पार्षद अनीश खान ने कहा कि अंजुमन कमेटी प्रशासन को एक ज्ञापन के माध्यम से सूचना दे। इस बार जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे नहीं बजाए जाएंगे। जो भी जुलूस में डीजे लेकर आता है तो उस डीजे वाले पर जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करे।

इनकी रही उपस्थिति

बैठक के दौरान जामा मस्जिद पेश इमाम मुफ्ती शहंशाह साहब कारी, अखलाक साहब, हाफिज इरशाद हाजी, अब्दुल हबीब, कमरुद्दीन काजी, मोहम्मद रसिल, अनीश खान पार्षद, हबीब राइन, रौनक अली, अब्दुल करीम, सत्तार बाबा, जमालुद्दीन काजी सहित मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।

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