जिससे मदद मांगी उसी ने किया रेप: भोपाल में नाबालिग ढाई साल तक सहती रही; अधीक्षिका को बताई आपबीती तो थाने पहुंचा मामला

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- After The Death Of Parents, Three People Raped On The Pretext Of Helping, Friend’s Brother Also Exploited
भोपाल3 मिनट पहले
भोपाल में एक अनाथ नाबालिग लड़की ने जिससे मदद मांगी, उसी ने उसका शोषण किया। ड्रग्स और शराब की लत तक लगा दी। करीब ढाई साल तक तीन अलग-अलग लोगों ने उसके साथ रेप किया। इनमें एक तो उसकी सहेली का भाई है। पीड़िता ने शिकायत भी की, लेकिन नहीं सुनी गई, तो वह डिप्रेशन में चली गई। लड़की ने सुसाइड की कोशिश भी की। लड़की ने प्रोफेसर कॉलोनी स्थित निर्भया बालिका संप्रेक्षण गृह की अधीक्षिका को आपबीती सुनाई। वह भी दंग रह गईं। वह उसे कोलार थाने लेकर पहुंचीं। मामले में मंगलवार रात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पढ़िए, लड़की के साथ हुई हैवानियत की दर्दनाक दास्तां…।
पीड़िता ने बताया कि ‘साल 2014 में मेरी उम्र करीब 9 साल थी। कोलार क्षेत्र के कान्हाकुंज की रहने वाली हूं। इसी साल माता-पिता की मौत हो गई थी। मैं नानी के घर रहने लगी। एक दिन बिना बताए सहेली पूजा के घर चली गई। रात में वहीं रही। दूसरे दिन घर पहुंची, तो नानी के यहां भाई ने डांट दिया। चूंकि पूजा के भाई अंकित से दोस्ती हो गई थी, तो 19 जनवरी 2019 को मैं उसके घर रहने चली गई। यहां हम पति-पत्नी की तरह रहने लगे। अंकित के परिवारवालों ने भी मुझे बहू मान लिया। नवंबर 2019 में अंकित से झगड़ा हो गया। हम दोनों अलग हो गए।
दीदी ने मदद का भरोसे शराब और ड्रग्स की लत लगाई
इसके बाद अकबरपुर क्षेत्र की रहने वाली मेघा दीदी ने मुझे मदद का भरोसा दिलाया। नौकरी दिलाने की बात कहकर वह अपने घर ले गई। दीदी ने नशे की लत लगाई। वह मुझे शराब पिलाती थी। ड्रग्स भी देती थी। यहां रहते हुए विदिशा के रहने वाले कमलेश से मेरी पहचान हुई। जुलाई 2020 में कमलेश के साथ मैं विदिशा जाकर रहने लगी। उसने भी शादी का झांसा देकर मुझसे संबंध बनाए। यहां भी पति-पत्नी की तरह हम रहने लगे। कमलेश ने मुझे भोपाल आने से मना कर दिया था। कुछ दिन बाद फरवरी 2021 में मैं भागकर भोपाल आ गई। बैरागढ़ में मेघा की छोटी बहन आशा दीदी के पास आकर रहने लगी। यहां रहकर एक रेस्टॉरेंट में भी नौकरी करने लगी। यहां मेरी मुलाकात बैरागढ़ के रहने वाले राहुल से हुई। राहुल ने भी मदद का झांसा दिया। 15 अप्रैल 2021 से मैं राहुल के साथ रहने लगी। उसके साथ भी पति-पत्नी जैसा रिश्ता था।
बाद में राहुल से भी झगड़ा हुआ, तो 19 मई 2021 को मैं वहां से चली गई। तीनों से ठुकराने से मैं डिप्रेशन में चली गई। रास्ते में पुलिस चाइल्ड लाइन ने मुझे रोक लिया। पूछताछ के बाद जेपी अस्पताल स्थित गौरवी संस्था पहुंचा दिया। यहां से नेहरू नगर स्थित बालिका संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। नवंबर 2021 में निर्भया बालिका गृह भेज दिया गया। तब से यही रही हूं। यहां अधीक्षिका समर खान को आपबीती बताई। उन्होंने रिपोर्ट लिखाने की बात कही। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।’
(जैसा पीड़िता ने पुलिस को FIR में लिखाया)
कांच तोड़कर सुसाइड की कोशिश
निर्भया गृह की अधीक्षिका समर खान ने बताया कि लड़की डिप्रेशन में चली गई थी। उसे लग रहा था कि वह ही गलत है। उसने पूजा घर से तस्वीरों को तोड़कर कांच निकाल लिए। इसके बाद हाथ की नस कटकर सुसाइड की कोशिश की। बालिका गृह में रहने के दौरान सभी लड़कियों को पॉक्सो और उनके अधिकारों को लेकर बताया जाता है। इसी बीच, लड़की ने अधीक्षिका को पीड़ा सुनाई। अधीक्षिका ने बताया कि लड़की का हमीदिया में इलाज भी कराया गया है। पूछताछ में लड़की ने बताया कि मेघा ने उसे नशे की लत लगा दी। वह शराब और ड्रग्स देती थी। उसी ने ही विदिशा के कमलेश से दोस्ती कराई थी। इसके बाद उसकी छोटी बहन ने अपने पास रखकर राहुल से दोस्ती करा दी। आरोपियों के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है। मेघा ब्यूटी पार्लर चलाती है।
Source link