मामूली विवाद पर चले-लाठी फरसे: करब रखने के विवाद पर सात किए घायल, घायलों में महिलाएं शामिल

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मुरैना40 मिनट पहले
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घायल
मुरैना के घुरघान गांव में करब रखने के विवाद पर एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर हमला बोल दिया। हमले में महिलाओं तक को नहीं बख्शा। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज कराया गया।
गरीबा लाल माहौर, निवासी घुरघान गांव, उम्र 60 वर्ष रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उनका विवाद उनके गांव निवासी ब्रिजेन्द्र प्रजापति से मामूली बात पर हो गया। विवाद रास्ते में बाजरा की करब रखने को लेकर शुरु हुआ है लाठी डंडों व फरसों की लड़ाई के बाद ही खत्म हुआ। इस खूनी संघर्ष में ब्रिजेन्द्र प्रजापति ने अपने भाइयों के साथ मिलकर गरीब माहौर के परिवार पर हमला बोल दिया था जिसमें गरीबालाल माहौर, शारदा माहौर, कुसुमा, नर्मदा, अजीत पिंकी व सरिता सहित 7 लोग घायल हो गए। गरीबालाल के सिर में गंभीर चोटें आई हैं।
इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
इस खूनी संघर्ष के बाद दिमनी थाना पुलिस ने ब्रिजेन्द्र, अनिल, संजय, संदीप प्रजापति, सोनकली प्रजापति पर एससीएसटी एक्ट व मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

घायल सरिता माहौर
इस प्रकार शुरु हुआ मामला
सरिता माहौर ने बताया कि ब्रिजेन्द्र की करब रोड के दोनों तरफ रखी हुई थी। सरिता माहौर का ट्रेक्टर निकल रहा था। उससे पहले किसी और का ट्रेक्टर निकला जिससे करब जमीन पर गिर पड़ी। फिर सरिता माहौर का ट्रेक्टर निकला तो ब्रिजेन्द्र को लगा कि उनके ट्रेक्टर निकालने से उनकी करब गिर पड़ी। इसी बात वे लोग झगड़ने लगे और नौबत मारपीट तक जा पहुंची।
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