जब छुपकर सिगरेट पी रहे थे टीवी के ‘राम’ अरुण गोविल, पड़ी गालियां, लोगों ने कहा- शर्म नहीं आती…

Arun Govil Birthday: 90 के दशक में जब टीवी पर पहली बार रामानंद सागर की ‘रामायण’ का प्रसारण हुआ तो घर-घर में इसे लोगों ने बड़े ही चाव से देखा। लोगों के मन में इस सीरियल के लिए काफी श्रद्धाभाव भरा हुआ था। ऐसा इसलिए था क्योंकि पहली बार कोई माइथोलॉजिकल सीरियल टीवी पर टेलीकास्ट हुआ था। ऐसे में जहां कहीं भी सीरियल में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और सीता का रोल करने वालीं दीपिका चिखलिया दिखाई दे जाती हैं तो इनके चाहने वाले पैरों में गिरकर इनका आशीर्वाद लेने लगते हैं। सीरियल ‘रामायण’ में भगवान राम का किरदार निभाकर घर-घर मशहूर हुए अरुण गोविल को आज हर कोई पूजता है। आज टीवी के राम यानी अरुण गोविल का 65वां जन्मदिन है। इस मौके पर आइए आपको बताते हैं उनसे जुड़े एक ऐसे किस्से के बारे में जहां सिगरेट पीने पर उन्हें अपशब्द सुनने पड़ गए थे।
अरुण गोविल को थी स्मोकिंग की आदत आपको बता दें कि जब टीवी के राम यानी अरुण गोविल एक्ट्रेस भानुमति के साथ साल 1991 में तमिल फिल्म ‘श्री यदुकोंडला स्वामी’ की शूटिंग कर रहे थे। यह एक पौराणिक फिल्म थी, जिसमें अरुण गोविल बालाजी तिरुपति भगवान का किरदार निभा रहे थे। फिल्म की शूटिंग दक्षिण भारत में ही चल रही थी। अरुण गोविल जब कुछ समय पहले टीवी के फेमस कॉमेडी शो ‘द कपिल शर्मा शो’ में आए थे, तो उन्होंने बताया था कि 90 के दशक में वह बहुत ज्यादा स्मोकिंग करते थे। मौका मिलते ही वह शूट के बीच में सिगरेट पीने चले जाते थे।
अरुण गोविल ने कहा- मैं छुपकर सिगरेट पी रहा था ऐसे ही इस तमिल फिल्म के सेट पर अरुण गोविल एक दिन छुपकर सिगरेट पी रहे थे तो वहां मौजूद एक शख्स ने उन्हें देख लिया था। अरुण गोविल ने अपना किस्सा सुनाने के लिए कहा था- उन दिनों मैं सिगरेट पीता था। बहुत सिगरेट पीता था। तो लंच टाइम में जब मुझे सिगरेट की तलब हुई तो मैं स्टूडियो में पर्दे के पीछे कोने में कुर्सी डालकर सिगरेट पीने लगा था। इतने में एक व्यक्ति वहां आए। उन्होंने आगे बताया- वह मुझे घूरकर देखने लगा और अपनी भाषा में जितना भी बोलना था, बहुत कुछ बोल गया। हालांकि मुझे वह भाषा समझ में नहीं आती थी लेकिन इतना पता चल रहा था कि उस शख्स ने मुझे मन भरकर गालियां दी थीं।
‘हम तो तुम्हें भगवान मानते हैं, शर्म नहीं आती’ अरुण गोविल ने बताया था- मैंने उस सज्जन से थोड़ा शांत होने के लिए कहा और फिर किसी को बुलाया और पूछा कि ये क्या बोल रहे हैं। मुझे लग रहा है कि ये मुझे गालियां दे रहे हैं। तो उस आदमी ने अरुण गोविल से कहा- सर ये सज्जन कह रहे हैं कि हम तो तुम्हें भगवान मानते हैं और तुम सिगरेट पी रहे हो? तुम्हें शर्म नहीं आती क्या। अरुण गोविल ने आगे बताया- वह आखिरी पल था जब मैंने सिगरेट पी थी और इसके बाद मैंने फिर कभी जिंदगी में स्मोकिंग नहीं की।
रामानंद सागर ने मुझे रिजेक्ट कर दिया था ऐसा ही एक और किस्सा बताते हुए अरुण गोविल ने कहा- मैं सीरियल ‘रामायण’ में भगवान राम के किरदार के लिए ऑडिशन देने पहुंचा था। लेकिन रामानंद सागर ने मुझे इस रोल के लिए रिजेक्ट कर दिया था और कहा था कि तुम लक्ष्मण का रोल कर लो। अरुण गोविल ने आगे कहा- मैं तो भगवान राम ही बनना चाहते था। मैंने रामानंद सागर से कहा था- मैं श्रीराम का रोल करना चाहते हूं। रामानंद सागर ने पहले मेरा ऑडिशन लिया पर बाद में मुझे रिजेक्ट कर दिया। हालांकि उन्होंने मुझे वापस बुलाया और राम का रोल ऑफर किया। अरुण गोविल के मुताबिक रामानंद सागर को उनका शांत और विनम्र स्वभाव बेहद पसंद आया था, जो राम के किरदार के लिए बहुत ही जरूरी था।