जब एक साथ निकली 4 दुल्हों की बारात: गुर्जर साली सकल पंच समाज का सामूहिक विवाह, फिजूलखर्ची रोकने 1994 से देवउठनी ग्यारस पर हो रहा आयोजन

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Burhanpur
  • Group Marriage Of Gurjar Sister in law Sakal Panch Samaj, To Stop Extravagance, Is Being Held On Dev Uthni Gyaras Since 1994.

बुरहानपुर (म.प्र.)एक घंटा पहले

देवउठनी ग्यारस के अवसर पर नगर में एक साथ 4 दूल्हों की बारात निकली। दरअसल फिजूलखर्ची रोकने के लिए हर साल गुर्जर साली सकल पंच समाज सामूहिक विवाह कराता है। समाज के लोगों पर आर्थिक खर्च न पड़े इसलिए यह परंपरा 1994 से सतत रूप से चल रही है।

शुक्रवार को देवउठनी ग्यारस पर गुर्जर साली सकल पंच समाज का 29वां सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। प्रतापपुरा स्थित जिव्हेश्वर मंगल भवन से सामूहिक रूप से 4 दुल्हों की बरात निकाली गई जो शहर में सत्यनारायण मंदिर रोड, राजपुरा, पांडुमल चौराहा, कढ़वी सा नाला रोड होते हुए समाज के मंगल भवन पहुंची।

जहां रात 12 बजे तुलसी विवाह के साथ 4 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। समाज के प्रवक्ता मोहन ढाकले ने बताया 1994 में समाज ने निर्णय लिया था कि फिजूलखर्ची की वजह से वर, वधु के परिवार में आर्थिक परेशानी आती है इसलिए हर साल सामूहिक विवाह कराया जाएगा। तब से यह परंपरा कायम है। तुलसी विवाह के दिन देवउठनी ग्यारस पर सामूहिक विवह कराने की परंपरा निभाई जा रही है।

मप्र के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात से पहुंचे समाजजन

इस विवाह समारोह में मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी संख्या में समाजजन शामिल होते हैं। इस साल भी इन राज्यों से समाजजन आए। विवाह में समाज का हर वर्ग भाग लेता है। सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। एक साथ दुल्हे घोड़ी पर सवार होकर बरात लेकर निकलते हैं। इस साल 4 वरों के सामूहिक विवाह समारोह में विवाह संपन्न हुए। इसमें तरूण साली, भूषण मार्चे, लाला श्रावणेकर, राहुल मार्चे शामिल रहे।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button