जनता के वोट का सौदा: जिला पंचायत सदस्य ने 40 लाख में बेचा वोट, अध्यक्ष नहीं बन सके तो राशि वापस कराने पंचायत बुलाई

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- District Panchayat Member Sold Votes For 40 Lakhs, If He Could Not Become President, Then The Panchayat Was Called To Return The Amount
दमोह23 मिनट पहले
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दतला में लाेधी समाज की पंचायत में सफाई देते दृगपाल लोधी।
जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुए दो माह हो चुके हैं, लेकिन इस चुनाव में किस तरह जनता से चुनकर आए जिला पंचायत सदस्यों ने अपनी वोट की कीमत वसूली है? इसका खुलासा गुरुवार को अभाना के ग्राम दतला में हुई लोधी समाज की पंचायत का वीडियाे वायरल होने के बाद हुआ है। यह पंचायत जिला पंचायत सदस्य जमुना बाई पति देशराज सिंह लोधी के बेटे ऋषि लोधी ने बुलाई थी। उनका आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के पद के लिए उनकी मां चुनाव मैदान में थीं।
उनके पक्ष में वोट डालने के लिए उन्होंने अभाना के जिला पंचायत सदस्य दृगपाल लोधी को किस्तें में 20-20 लाख रुपए दिए थे, मगर चुनाव में उनकी मां हार गईं, इसलिए वह लोधी से 40 की जगह 20 लाख रुपए वापस मांग रहे हैं, लेकिन दृ़गपाल देने को तैयार नहीं हैं।
इधर भरी पंचायत में दृगपाल ने स्वीकार किया किया उन्होंने जमुना बाई को वोट दिया था। इसलिए अब कोई हिसाब किताब नहीं रह गया है। उन्होंने इतना भी कहा कि 5 सभी सदस्यों ने आैर ऐसा किया है, मुझे ही क्यों टारगेट किया जा रहा है। दरअसल यह वीडियो वायरल होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हुए लेन देन की पूरी पोल खुल गई है।
जो वीडियो सामने आया है, उसमें समाज के बीच ऋषि लोधी कह रहे हैं कि उन्होंने 50 लाख रुपए का कर्ज लेकर राशि दी थी, लेकिन वे चुनाव हार गए और राशि वापस देना है। इसलिए वह आधी राशि 20 लाख रुपए रख लें और 20 लाख रुपए वापस कर दें। वीडियो में चर्चा के दौरान केरबना से जिला पंचायत सदस्य विनीता बृजेंद्र राव का नाम भी सामने आया। जिसमें सदस्य कह रहे हैं कि बृजेंद्र ने 20 लाख रुपए लिए थे, उनमें से 10 लाख रुपए वापस कर दिए हैं। इसी प्रकार ऋषि लोधी बताते हैं कि पूर्व सांसद की पत्नी जानकी चंद्रभान लोधी और चंदन लोधी ने वोट करने के लिए 30-30 लाख रुपए लिए थे, लेकिन वह पाला बदलकर गौरव पटेल के पास पहुंच गए थे।
इसके बाद दोनों से बड़ी मुश्किल से 58 लाख रुपए वापस लिए हैं। इसके अलावा अठ्या और अहिरवार का नाम भी पैसा लेने वालों में गिना गया। जिला पंचायत सदस्य दृगपाल लोधी का कहना है कि उन्होंने ऋषि लोधी की मां जमुनाबाई को वोट दिया था। अब उनका कोई हिसाब बकाया नहीं है। मुझे जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनना था, लेकिन मेरा किसी ने सपोर्ट नहीं किया। मेरे खिलाफ यह साजिश है। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
सब अपनी-अपनी तरफ थे। मुझे कोई पैसा नहीं चाहिए था, मगर किसी ने शर्त नहीं मानी। मैं किसी के घर कुछ लेने नहीं गया। मेरे घर सभी आए थे। इस पंचायत में वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमेन राहुल सिंह भी माैजूद थे। उन्होंने भी अपनी बात बैठक के बीच रखी। यहां पर बता दें कि दो माह पहले 29 जुलाई को हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में 15 सीटें थीं। जिसमें 10 वोट लेकर रंजीता गौरव पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुकी हैं। जबकि ऋषि लोधी की मां जमुना बाई को 5 वोट मिले थे।
वीडियो में यह बातें भी चौकाने वाली
- भरी पंचायत में ऋषि लोधी ने कहा कि पहले जिला पंचायत सदस्य के लिए सहमति बन रही थी। लेकिन एनवक्त पर कटारे बंधु सामने आए और कलेक्ट्रेट के बाजू में खड़े होकर गौरव पटेल पर रिवाल्वर तान दी और जिला पंचायत उपाध्यक्ष के लिए समर्थन मांगा। जिस पर गौरव पटेल ने सभी से बात कही और जिला पंचायत उपाध्यक्ष के लिए डॉ. मंजू धर्मेंद्र देवलिया का नाम आगे बढ़ा दिया।
- बैठक के बीच दृगपाल खड़ा हुआ और उसने राहुल सिंह से पूछा चाचा आपने चुनाव लड़ा था…आपने पैसेे मंगाए थे क्या…इस पर राहुल सिंह ने कहा, हमारी बात छोड़ दो।
- एक जिला पंचायत सदस्य बोला, जमुना बाई को वोट देने के लिए पांच लोगों को मैनेज किया गया था। हम लोगों ने बोला था, पैसा खत्म हो गए हैं, हमारे पास नहीं है। फिर क्यों पंचायत बुलाई गई।
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