Chhattisgarh

जनजातीय गौरव दिवस पखवाड़ा: एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरीकला में पारंपरिक फैशन डिजाइनिंग प्रतियोगिता से कार्यक्रमों की शुरुआत

कोरबा। जनजातीय कार्य मंत्रालय एवं NESTS नई दिल्ली के निर्देशानुसार जनजातीय गौरव दिवस पखवाड़ा (15 दिवसीय) कार्यक्रमों की श्रृंखला का शुभारंभ सोमवार को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छुरीकला में पारंपरिक फैशन डिजाइनिंग प्रतियोगिता के आयोजन के साथ हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग कोरबा श्रीकांत कसेर, प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय 2 सुनील कुमार साहू, नगर पंचायत छुरीकला के उपाध्यक्ष हीरानंद पंजवानी तथा एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य डॉ. असद अहमद सहित अनेक गणमान्य नागरिक शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक रीति से दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया।

इस अवसर पर छात्रों ने जनजातीय नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। देश की विभिन्न जनजातियों की वेशभूषा, खान-पान, बोली और सांस्कृतिक विशेषताओं को विद्यार्थियों ने मंच पर जीवंत रूप में प्रस्तुत कर अतिथियों को प्रभावित किया। विद्यालय परिसर में बनाए गए ‘ट्राइबल कॉर्नर’ का उद्घाटन भी मुख्य अतिथि विधायक प्रेमचंद पटेल द्वारा किया गया।

विधायक श्री पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस भारतीय जनजातियों के लिए अपने अतीत को जानने और अपने गौरवशाली भविष्य के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने छात्रों द्वारा प्रदर्शित संस्कृति और रचनात्मकता की सराहना की।

सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर ने कहा कि जनजातीय मंत्रालय द्वारा जनजातीय गौरव दिवस मनाए जाने का निर्णय भारत में समावेशी विकास की भावना को मजबूत करता है, जिससे सभी समुदाय मिलकर नए भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।

प्राचार्य सुनील कुमार साहू ने कहा कि समाज तभी पूर्ण रूप से विकसित हो सकता है जब समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और अवसरों की पहुँच सुनिश्चित की जाए। एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य डॉ. असद अहमद ने बताया कि इस दिवस के माध्यम से छात्र अपने समाज के क्रांतिकारियों और नायकों के बारे में नए दृष्टिकोण से जानने और समझने का अवसर प्राप्त करते हैं।

एनसीसी अधिकारी आकाश पांडेय ने जनजातीय गौरव दिवस को भारत की सांस्कृतिक धरोहर, समावेशी विकास और अतीत से परिचय का महत्वपूर्ण प्रतीक बताया। कार्यक्रम प्रभारी केवल राम शर्मा और वर्षा शुक्ला ने आयोजन में विशेष भूमिका निभाई। मंच संचालन का कार्य विमल कुमार विश्वकर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अशोक द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों एवं विद्यालय सदस्यों ने पौधारोपण कर ‘हरिहर कोरबा’ के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाई। पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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