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राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हुआ कार्यकम
धमतरी, 21 अक्टूबर। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हेल्थ वेलनेस सेंटर कांटाकुर्रीडीह में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर ग्रामीणों को तम्बाकू से होने वाले दूष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। समूह चर्चा में डाॅ. एमए नसीम नोडल अधिकारी ने कहा कि तम्बाकू के कारण होने वाले हानिकारक प्रभाव चिंता का कारण बन गए हैं। गैर-संचारी रोग (एनसीडी) जैसे कि इस्कीमिक हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, पुरानी सांस की बीमारियां इत्यादि विश्व स्तर पर होने वाली मृत्यु का प्रमुख कारण हैं, जो कि तंबाकू के सेवन के साथ जुड़ी हैं।
डब्ल्यूएचओ से प्रमाणित डेटा के अनुसार, विश्व में हर वर्ष अड़तीस लाख लोग एनसीडी से मर जाते हैं। सभी आयु वर्ग के लोगों को बहुत सारी बीमारियों से प्रभावित करने वाला मुख्य जोखिम का कारण तंबाकू हैं। तंबाकू का सेवन करने वाले लगभग छह लाख लोगों की मृत्यु प्रतिवर्ष होती हैं। इन मौतों के परिणामस्वरूप लगभग पांच लाख मौतों का प्रत्यक्ष कारण तंबाकू का सेवन हैं, जबकि अप्रत्यक्ष तंबाकू के सेवन के परिणामस्वरूप साठ लाख लोगों की मृत्यु होती हैं। तंबाकू का सेवन करने वाले लोग तंबाकू से संबंधित रोगों द्वारा सामान्यत: मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। इस अवसर पर मरीजों को परामर्श एवं तम्बाकू सेवन से होने वाले हानिकारक दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही कोटपा एक्ट 2003 के बारे में मरीजों को जानकारी दी गई। इस नशे को छोड़ने की अपील की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी धमतरी के निर्देशानुसार 10 हेल्थ वेलनेस सेंटर में तम्बाकू के सेवन करने वाले मरीजों को स्वास्थय केंद्रों में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में अस्पताल स्टाफ व काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।