छिंदवाडा की महिला पहुंची धार: वन स्टॉप सेंटर ने की काउंसलिंग, धार की टीम लेकर छिंदवाडा पहुंची

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धार2 घंटे पहले
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छिंदवाडा की एक महिला को वन स्टॉप सेंटर की मदद से उसके परिजनों से मुलाकात करवाने का प्रयास किया गया हैं, इसके लिए महिला की काउंसलिंग करने के बाद उसे छिंदवाडा सेंटर पर भिजवाया गया है। ताकि महिला अपने परिवार के पास सुरक्षित पहुंच सके।
वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक ज्योतसना ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए एक ही छत के नीचे सारी सहायता उपलब्ध करवाता है। इसी अर्न्तगत एक महिला शगुन (परिवर्तित नाम) जो कि मूलतः ग्राम गांजीवाड़ा तह परासिया जिला-छिन्दवाड़ा (म.प्र.) की रहने वाली थी एवं भटकते हुए धार जिले में पहुँच गई थी। धार के समीपस्थ गाँव कलमखेड़ी के किसी मंदिर पर बैठी थी। गाँव के ही एक व्यक्ति ने देखा तो गाँव के सरपंच को सूचना दी।
सरपंच घनश्याम ने पहुंचकर महिला से बात की तो वह ज्यादा कुछ बताने में सक्षम नहीं थी अतः डायल 100 व थाना कोतवाली आरक्षक को बुलाकर महिला को रुकने का स्थान न होने के कारण वन स्टॉप सेंटर (सखी) पर अस्थायी आश्रय सुविधा हेतु रात्रि 11:00 बजे लाया गया। काउंसलिंग के दौरान महिला से बात की गई व उसके बारे में विस्तृत जानने का प्रयास कर आश्रय प्रदान किया गया। काउंसलर चेतना राठौर द्वारा महिला की काउंसलिंग की गई तो महिला ने बताया कि वह छिन्दवाड़ा जिले की निवासी है। अपने घर से वह होशंगाबाद नर्मदा स्नान के लिए निकली थी, महिला के पति व बच्चे गांव में ही थे।
महिला अपनी माँ के घर थी और वही से तीर्थ के लिए निकली थी। नर्मदा स्नान के बाद महिला जब वापस अपने घर जाने को निकली तो रास्ता भटक गई गलत ट्रेन में बैठ गई। भटकते हुए वह धार में पहुँच गई। महिला के परिवार गाँव का पता ज्ञात किया गया। वन स्टॉप सेंटर छिन्दवाड़ा संपर्क कर महिला की संपूर्ण जानकारी से अवगत करवाया गया। महिला के परिवार को ढूंढने का प्रयास करवाया गया। धार वन स्टॉप सेंटर से केस वर्कर व महिला आरक्षक संतोषी कटारे द्वारा शगुन को सुरक्षित रूप से वन स्टॉप सेंटर (सखी) छिन्दवाड़ा को सुपुर्दगी किया गया है।

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