छात्रा बोली- CM के दिए पैसे पढ़ाई में खर्च करूंगी: उज्जैन की स्टूडेंट ने कहा- लैपटॉप खरीद लूंगी तो आगे कैसे पढ़ पाऊंगी

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भोपाल2 मिनट पहलेलेखक: अनूप दुबे
‘लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हजार रुपए मिले हैं। लैपटॉप इतना जरूरी नहीं है। इन पैसों को मैं आगे की पढ़ाई में खर्च करूंगी। पढ़ने को लेकर बहुत स्ट्रगल करती आई हूं…।’
यह कहना है उज्जैन की इशिता चौधरी का। इशिता ने 12th, 97% मार्क्स के साथ पास की है। इशिता और दूसरे होनहार स्टूडेंट्स को शुक्रवार को CM शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में सम्मानित किया। CM ने प्रदेश के 91 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के खातों में 25-25 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए हैं। इस कार्यक्रम में कई रंग देखने को मिले। एक छात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए फूट-फूटकर रोई तो कई स्टूडेंट्स ने CM के साथ सेल्फी भी ली।
सम्मानित स्टूडेंट्स से दैनिक भास्कर ने खास बात की, पढ़िए…
घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं…
उज्जैन की इशिता चौधरी ने 12वीं (पीसीएम) में 97% अंक प्राप्त किए हैं। इशिता ने कहा कि वह बहुत खुश हैं। तीन भाई-बहन में वह सबसे बड़ी है। पिता टेंट हाउस में जॉब करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पापा हमें बहुत मेहनत से पढ़ा रहे हैं। पढ़ाई में काफी परेशानी आई, लेकिन सभी के सपोर्ट और टाइम मैनेजमेंट से यह मुकाम हासिल किया है। मुख्यमंत्री से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। इन रुपयों को आगे की पढ़ाई में खर्च करूंगी। लैपटॉप की इतनी जरूरत नहीं है, जितनी की पढ़ाई जरूरी है।

इशिता चौधरी बोली- लैपटॉप से ज्यादा जरूरी आगे की पढ़ाई है। ये रुपए पढ़ाई पर ही खर्च करूंगी।
CM के हाथ से सम्मान नहीं मिलने पर खूब रोई अनुषा
रतलाम की छात्रा अनुषा दीक्षित भी भोपाल आई थी। अनुषा ने कहा कि वह मामा के हाथ से सम्मान लेने के लिए उत्साहित थी, लेकिन भोपाल पहुंचने पर पता चला कि उसका नाम सम्मान पाने वाले छात्र-छात्राओं में नहीं है। ऐसे में मामा निकले तो उन्हें बीच में रोककर अपने मन की बात कही। रोते हुए कहा कि वह उनके हाथ से सम्मान लेना चाहती है।
शोर काफी होने के कारण CM उसकी बात नहीं सुन पाए। उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि जो भी परेशानी हो, लिखकर दे दो। इतना कहते हुए वे मंच की तरफ बढ़ गए। इसके बाद अनुषा जोर-जोर से रोने लगी। वह लिखने के लिए लोगों से कागज और पेन मांगती रही। बाद में अधिकारी उसे अपने साथ ले गए। वह CM से मुलाकात नहीं कर पाई।

कार्यक्रम में सीएम शिवराज से मिलने के लिए रोई रतलाम की अनुषा। उसका कहना था कि सम्मान मुख्यमंत्री के हाथों से ही चाहिए।
भोपाल की फातिमा फैशन डिजाइनर बनना चाहती हैं
भोपाल की रहने वाली फातिमा ने कॉमर्स से 86% अंक हासिल किए हैं। फातिमा 3 भाई-बहनों में सबसे छोटी है। उसने कार्यक्रम में आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बहुत अच्छा लगा। अब वह इन रुपयों को अपनी फीस और पढ़ाई पर खर्च करेगी। बीकॉम के बाद फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करूंगी।

भोपाल की फातिमा का नाम भी मेधावी छात्रों में शामिल है। उसने 86% अंक हासिल किए हैं।
भोपाल की कशिश बोली- सुबह ही पढ़ाई करना चाहिए
भोपाल की कशिश सिंह ने मैथ्स-साइंस से 82% मार्क्स हासिल किए। कशिश ने कहा कि वह रात की जगह सुबह पढ़ाई करने पर फोकस करती है। सुबह फ्रेश माइंड होने से समझने और याद करने में आसानी होती है। सुबह उठने से स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है, इसलिए हमेशा सुबह ही स्टडी करती हूं। कशिश अपनी मां के साथ कार्यक्रम में आई थीं।

कशिश बोली- रात की जगह सुबह पढ़ाई करने पर फोकस करती हूं।
शिवपुरी की अपर्णा ने आर्ट में प्रदेश में 8वीं रैंक बनाई
शिवपुरी जिले की अपर्णा शर्मा ने बताया कि उसने कला संकाय से प्रदेश में 8वीं रैंक बनाई है। वह 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। पिता खेती के साथ ही प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। वह इन पैसों से एक लैपटॉप लेगी। यूपीएससी फाइट करना उसका लक्ष्य है।

अपर्णा शर्मा के पिता प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। वह लैपटॉप खरीदेगी। अपर्णा ने कहा कि वह यूपीएससी फाइट करना चाहती है।
ग्वालियर संभाग रहा अव्वल
विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत लाल परेड मैदान में शुक्रवार को एमपी बोर्ड के 12वीं के 2021-22 सत्र में 75% या अधिक अंक पाने वालों को 25-25 हजार रुपए दिए गए। यह राशि लैपटॉप के लिए उनके खाते में ट्रांसफर की गई। बच्चों को प्रमाण-पत्र भी दिए गए। सम्मान समारोह के जरिए 91 हजार छात्र-छात्राओं को यह राशि दी गई।
ग्वालियर संभाग 17 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के साथ अव्वल रहा। भोपाल के 12 हजार 953 और इंदौर संभाग के 12 हजार 820 छात्र-छात्राओं को यह सम्मान राशि दी गई। हालांकि, शहरों के मामले में सबसे ज्यादा 75% या उससे ज्यादा अंक इंदौर के 6 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं लाए हैं। दूसरे नंबर पर भोपाल में 4 हजार से ज्यादा छात्र-छात्रा इसमें शामिल हैं।
29 अगस्त को आया था रिजल्ट
12वीं के एग्जाम 17 फरवरी 2022 से 12 मार्च 2022 तक हुए थे। इसमें 6 लाख 97 हजार 880 परीक्षार्थी शामिल थे। नियमित स्टूडेंट्स 6 लाख 29 हजार 381 और प्राइवेट स्टूडेंट्स 68 हजार 499 थे। 72.72 प्रतिशत नियमित पास और 32.90% प्राइवेट छात्र-छात्राएं पास हुए थे। नियमित छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 69.94 व नियमित छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 75.64 रहा है। शासकीय विद्यालयों का रिजल्ट 70.92 % और अशासकीय स्कूलों का 76.30 % रहा है। मेरिट लिस्ट में 93 छात्राओं व 60 छात्रों (कुल 153) ने स्थान पाया है। सर्वाधिक पास प्रतिशत आलीराजपुर जिले का 93.24% रहा है। द्वितीय दमोह का 89.18% रहा है।
साल 2016 में शुरू हुई थी योजना
वर्ष 2016 में भाजपा की शिवराज सरकार ने प्रदेश में मेधावी लैपटॉप योजना शुरू की थी। इसके तहत मेधावी छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हजार रुपए दिए जाते हैं। वर्ष 2016 व 2017 में 85% अंक वाले छात्रों को यह राशि दी गई थी। वर्ष 2018 में रिजल्ट के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान छात्रों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान कुछ छात्रों ने अंक का प्रतिशत 75% करने की बात कही थी। सीएम चौहान ने इसे स्वीकार करते हुए वर्ष 2018 में हायर सेकेंडरी में 75% अंक लाने वाले छात्रों को भी योजना में शामिल करने की मंजूरी दे दी थी।
एक नजर टॉपर्स की लिस्ट पर
संभाग | टॉपर |
ग्वालियर | 17 हजार 257 |
भोपाल | 12 हजार 953 |
इंदौर | 12 हजार 820 |
सागर | 12 हजार 416 |
जबलपुर | 11 हजार 31 |
उज्जैन | 10 हजार 212 |
रीवा | 8 हजार 986 |
नर्मदापुरम | 3 हजार 598 |
शहडोल | 1 हजार 932 |
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