विश्व फिजियोथेरेपी दिवस – 8 सितंबर 2025 पर विशेष

- “दर्द से राहत, जीवन में राहत – फिजियोथेरेपी है सबसे बेहतर साथी”
8 सितंबर को पूरी दुनिया विश्व फिजियोथेरेपी दिवस मनाती है। इस दिन का उद्देश्य है लोगों को यह बताना कि फिजियोथेरेपी केवल दर्द से राहत देने तक सीमित नहीं, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता सुधारने और निरोगी भविष्य बनाने में अहम भूमिका निभाती है।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में पीठ दर्द, गर्दन दर्द, घुटनों की समस्या, लकवा, खेल से जुड़ी चोटें, उम्र से संबंधित परेशानियाँ और पोस्ट-ऑपरेटिव रिहैबिलिटेशन जैसी चुनौतियाँ आम हो गई हैं। ऐसे में दवाइयों और ऑपरेशन पर निर्भर रहने के बजाय फिजियोथेरेपी सुरक्षित, वैज्ञानिक और दीर्घकालिक समाधान प्रदान करती है।
डॉ. प्रतीक यादव (PT) बताते हैं कि—
फिजियोथेरेपी केवल उपचार ही नहीं बल्कि यह स्वस्थ और सक्रिय जीवन की ओर बढ़ने का एक मार्ग है,सही समय पर थेरेपी लेने से मरीज बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं और अपनी जीवनशैली को बेहतर बना सकते हैं , फिजियोथेरेपी केवल दर्द मिटाने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन को फिर से जीने की कला है,चाहे रोगी को लकवा हो, जोड़ों का दर्द हो या रोजमर्रा की थकान – सही समय पर सही थेरेपी लेकर कोई भी व्यक्ति अपना आत्मविश्वास और कार्यक्षमता वापस पा सकता है।
फिजियोथेरेपी की मुख्य विशेषताएँ :
बिना दवा और बिना सर्जरी दर्द से राहत हेतु कार्य और सर्जरी पश्चात जरूरी पुनर्वास
स्ट्रोक लकवे के मरीजों के लिए पुनर्वास
खेल चोट (Sports Injury) में तेजी से रिकवरी
जोड़ों और मांसपेशियों में लचीलापन एवं मजबूती
लेजर थेरेपी और आधुनिक तकनीक से तेज परिणाम
प्राइम एडवांस फिजियोथेरेपी एंड लेजर क्लिनिक, जांजगीर में डॉ. प्रतीक यादव (PT) और उनकी टीम नवीनतम तकनीक, लेजर थेरेपी, एक्सरसाइज़ प्रोटोकॉल और व्यक्तिगत देखभाल के माध्यम से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य की ओर ले जाने का प्रयास करते हैं।
क्लिनिकल कंडीशन्स जहाँ फिजियोथेरेपी है कारगर
🔹 सर्वाइकल और लोअर बैक पेन (गर्दन/कमर दर्द): लंबे समय तक बैठने, मोबाइल/कंप्यूटर उपयोग से होने वाली समस्या।
🔹 घुटनों का दर्द (Osteoarthritis): उम्र के साथ या अधिक वजन के कारण।
🔹 लकवा (Stroke Rehabilitation): मस्तिष्काघात के बाद खोई हुई गतिशीलता को पुनः पाने में मदद।
🔹 फ्रोजन शोल्डर और टेनिस एल्बो: हाथ और कंधे के दर्द में विशेष थेरेपी।
🔹 स्पोर्ट्स इंजरी: खिलाड़ियों के लिए तेज रिकवरी और बेहतर परफॉर्मेंस।
🔹 पोस्ट-ऑपरेटिव रिहैबिलिटेशन: सर्जरी के बाद तेजी से स्वस्थ होने का सुरक्षित तरीका
रोज़मर्रा की जिंदगी के लिए फिजियोथेरेपी टिप्स (डॉ. प्रतीक यादव की सलाह)
✅ हर 30-40 मिनट में बैठने से ब्रेक लें और हल्की स्ट्रेचिंग करें।
✅ सुबह 15-20 मिनट की वॉक और सरल एक्सरसाइज शरीर को सक्रिय रखती है।
✅ सही मुद्रा (Posture) बनाएँ, खासकर कंप्यूटर/मोबाइल इस्तेमाल करते समय।
✅ वजन पर नियंत्रण रखें – यह जोड़ों पर दबाव कम करता है।
✅ छोटी-मोटी चोट या दर्द को नज़रअंदाज़ न करें, समय पर फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श लें।
इस विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर डॉ. प्रतीक यादव (PT) की अपील है –
👉 अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
👉 नियमित व्यायाम करें
👉 दर्द को नज़रअंदाज़ न करें
👉 विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट से समय पर परामर्श लें
डॉ. प्रतीक यादव (PT)
सीनियर कंसल्टेंट फिजियोथैरेपिस्ट
डायरेक्टर
प्राइम एडवांस फिजियोथेरेपी एंड लेजर क्लिनिक
जांजगीर