कटनी में 1.7 लाख टन कोयले की अनुशंसा: कलेक्टर ने कहा-औद्योगिक उत्पादन कार्य के लिए ही किया जाए कोयले का उपयोग

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कटनीएक घंटा पहले

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कोयला उपभोक्ता इकाइयों को कोयले की अनुशंसा के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया है। कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 के 4 माहों और आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 के 12 महीने के लिए पात्रतानुसार कोल आवंटन की अनुशंसा की गई।

जिले में कार्यरत 69 चूना उत्पादक इकाइयों को एक लाख 70 हजार 895 टन कोयला, उत्पादन कार्य के लिए और 18 उत्पादन रत इकाइयों को 40 हजार 203 टन कोयले की अनुशंसा जिला स्तरीय समिति द्वारा की गई। कलेक्टर ने उद्योगपतियों से चर्चा करते हुए कहा कि कोल उपभोक्ता इकाइयों द्वारा प्राप्त कोयले का उपयोग औद्योगिक उत्पादन कार्य के लिए ही किया जाए।

पोषण खाद्यान के लिए 700 रुपए प्रतिमाह

उन्होंने कहा कि जो शेष इकाइयां हैं। उनके भी प्रस्ताव प्राप्त होने पर आगामी बैठक मे रखे जाएं। बैठक में उद्योगपतियों से जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए सहयोग की बात कही गई। क्षय रोगियों को गोद लेकर उनको पोषण खाद्यान देने के लिए प्रति रोगी 700 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से भारतीय रेडक्रास सोसायटी को सहयोग राशि देने के लिए कहा गया है। सभी उद्योगपतियों ने इस कार्य मे सहभागिता निभाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कलेक्टर की इस पहल की सराहना की।

ये रहे मौजूद

बैठक में मध्यप्रदेश लघु उद्योग संघ के प्रदेश सचिव सुधीर मिश्रा, लघु उद्योग भारती के उपाध्यक्ष मुरलीघर रतनानी, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष मनीष गेई, अध्यक्ष चूना संघ ब्रज किशोर भार्गव, अध्यक्ष रिफैक्ट्रीज संघ अरविंद गुगालिया, सचिव चूना उत्पादक संघ अनिल नागरथ सहित खनिज, विद्युत उद्योग और जीएसटी के अधिकारी, सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा, रेडक्रास के सभापति सुशील कुमार शर्मा, जिला क्षय अधिकारी डॉ मेघेन्द्र श्रीवास्तव और राजेश श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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