छतरपुर में ज्यादा बारिश के चलते फसल बर्बाद: किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, की मुआवजे की मांग

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छतरपुर (मध्य प्रदेश)एक घंटा पहले

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पहले बारिश न होने और अब ज्यादा बारिश होने से खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई हैं। उड़द मूंग तिल की फसल खेतों में ही सड़ने लगी है। मंगलवार को दर्जन भर गांव के किसानों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। और खराब हुई फसलों के बदले मुआवजे की मांग की। यहां तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कराकर जल्द से जल्द प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की।

फसल हुई बर्बाद

किसानों ने बताया कि क्षेत्र में लगातार रुक रुक कर बारिश हो रही है। जिससे किसानों के खेतों में कटी पड़ी ज्वार, बाजरे की फसल पानी में डूबा चुकी है। तेज हवा के साथ लगातार हो रही बारिश से किसानों की फसल चौपट हो चुकी है। जिससे किसान गहरे सदमे में है। इस समय क्षेत्र का अन्नदाता विकट संकट के दौर से गुजर रहा है। जिसको लेकर किसानों ने खेत की फसल की गिरदावरी करा कर मुआवजा दिलाया जाए।

पहले सोसायटीयों में किसानों को खाद उधार वितरित किया जाता था। अब वर्तमान में सोसायटीयों द्वारा खाद किसानों को नगद वितरित किया जा रहा है जिससे किसानों को भारी आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

टूट चुका है किसान

वर्तमान में किसानों की स्थिति किसी से छिपी नही है, वह किस दयनीय स्थिति से किसान गुजर रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के बीच किसान पूरी तरह से टूट चुका है। अब किसानों को थोड़ी बहुत आस सरकारी मुआवजे से ही है।

ज्ञापन के दौरान किसानों की मुख्य मांग थी कि सोसायटीयों में पूर्व की तरह किसानों को खाद वितरित किया जाए। जिससे किसानों को इस संकट भरे समय मे कुछ राहत मिल सके। तहसीलदार ने किसानों को से कहा कि जो ज्ञापन प्राप्त हुआ है उसकी शीघ्र ही जांच कर सक्षम अधिकारी के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे और किसानों को उचित मात्रा में मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे।

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