सेना ने तीन दिन में बनाया सुखतवा का पुल: भोपाल-नागपुर हाईवे पर 4 माह पहले टूटा था, 70 टन वजनी वाहन झेल सकेगा

[ad_1]

राकेश पटेल, इटारसी7 घंटे पहले

नागपुर नेशनल हाईवे-46 पर सुखतवा नदी पर गुरुवार को सेना ने पुल बनाने का काम शुरू किया। आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में बनाए जाने वाले इस पुल को सेना ने महज तीन दिन में तैयार कर दिया। बताया जा रहा है कि पुल से 70 टन वजनी वाहन के गुजरने से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। शुक्रवार सुबह छह बजे से रात 12 बजे तक पुल के स्पान डालने का काम पूरा कर लिया था। शनिवार को इस पर सड़क बनाई गई।

सुखतवा नदी पर ब्रिटिश हुकूमत के जमाने का पुल था। इसी साल 10 अप्रैल काे एक लंबा ट्राला भारी वजन के ट्रांसफार्मर लेकर निकल रहा था। इसी दौरान पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और ट्रांसफार्मर सहित ट्राला पुल के नीचे नदी में गिर गया था, तब से यह पुल बंद था। अब करीब 4 महीने के बाद इस क्षतिग्रस्त पुल को तैयार करने की जिम्मेदारी सेना को दी गई है। सेना की 102 वीसी इंजीनियरिंग बटालियन ने गुरुवार सुबह 8 बजे पुल का जायजा लेकर सामान पहुंचाया। यहां रात 8 बजे तक काम चला। इसके बाद शुक्रवार सुबह 6 से पुल बनाने का काम शुरू किया। रात करीब 12 बजे तक काम कर पुल के स्पान डाले। इसमें 70 अफसर व जवान लगे। 18 घंटे लगातार काम करने के बाद भी सैनिकों के चेहरे पर थकान नहीं दिखी। यह काम कर्नल एमएस मेहता के मार्गदर्शन में किया गया।

पहाड़ी इलाकों में इसी तकनीक से बनता है पुल

सेना जिस पुल को तैयार कर रही है, इसे बैलीब्रिज कहा जाता है। सेना इसी तकनीक का इस्तेमाल पहाड़ी इलाकों में पुल बनाने के लिए करती है। भारत-चीन की सीमा पर भी इसी तकनीक से बैलीब्रिज का निर्माण किया गया है। ये सामान्य पुल के मुकाबले जल्दी बनता है और सेना की परिवहन संबंधित सभी जरूरतों को पूरा भी करता है।

सेना के जवानों ने शुक्रवार रात करीब 12 बजे पुल पर स्पान डाल दिया था।

सेना के जवानों ने शुक्रवार रात करीब 12 बजे पुल पर स्पान डाल दिया था।

ये है पुल की अहमियत
भोपाल-नागपुर हाईवे पर सुखतवा नदी के इस पुल से रोजाना करीब 10 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। इस पुल के टूटने के बाद नदी में अस्थाई पुल बनाकर आवागमन हो रहा था।इस सीजन में बारिश के बाद आई बाढ़ में अस्थाई पुल तीन बार खराब हो चुका है। नदी में बाढ़ के बाद पुल पर पानी आने से आवागमन घंटों बंद रहता है। बैलीपुल के ही बाजू से एनएचएआई द्वारा एक और नया पुल बनाया जा रहा है, जिससे तैयार होने में अभी और वक्त लग सकता है।

40 टन वजनी वाहन गुजर सकेंगे

भोपाल से आई सेना की बटालियन शनिवार रात तक पुल का काम पूरा कर लेगी। टेस्टिंग के बाद इसे एनएचएआई को हैंडओवर कर दिया जाएगा। एनएचएआई ही मेंटेनेंस का काम देखेगी। यह पुल 70 टन वजन सह सकता है, फिलहाल सिर्फ 40 टन वजनी वाहन को ही पुल से गुजरने की अनुमति दी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो उम्मीद है तीन-चार दिन में पुल से आवागमन शुरू करने की मंजूरी दी जा सकेगी।

– नीरज सिंह, कलेक्टर, नर्मदापुरम।

सेना के जवानों ने पुल का करीब 70 फीसदी काम कर लिया है।

सेना के जवानों ने पुल का करीब 70 फीसदी काम कर लिया है।

जवानों सुबह से ही पुल का काम शुरू कर दिया था।

जवानों सुबह से ही पुल का काम शुरू कर दिया था।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button