घटना: जेल में बंद सहायक सचिव के पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की, सुसाइड नोट में आरोप

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रतलाम41 मिनट पहले

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शव रखकर जाम लगाते हुए परिजन व ग्रामीणजन। - Dainik Bhaskar

शव रखकर जाम लगाते हुए परिजन व ग्रामीणजन।

नियम विरूद्ध पट्टे जारी करने के मामले में जेल में बंद ग्राम पंचायत पलसोड़ा के सहायक सचिव मनोज बोराना के पिता जगदीश बोराना (65) ने रविवार सुबह जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के जेब में से मिले सुसाइड नोट में उन्होंने बेटे को फंसाने का आरोप लगाया और इसी मामले में जेल में बंद पूर्व सरपंच कैलाश राठौर के साथ उनके दो बेटों के खिलाफ धमकाने का आरोप लगाया है। इन लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीणों ने सैलाना रोड स्थित पलसोड़ा फंटे पर शव रखकर जाम लगा दिया। आखिर में ढाई घंटे बाद एसपी के आश्वासन पर जाम खुला।

मृतक जगदीश के भतीजे रतलाम निवासी नमकीन व्यवसायी अशोक बोराना ने बताया कि रविवार सुबह 7 बजे बड़े पापा जगदीश बोराना का काॅल आया कि पूर्व सरपंच राठौर व उनके बेटे धमका रहे हैं। मैने रिपोर्ट डालने की बात कही तो बोले कि मैने सब लिखकर जेब में रख लिया है। उन्होंने नामली थाने के एसआई राजेंद्र सारस्वत व उनके बेटे मनोज के साले रविराज को कॉल कर यही बात बताई। चौकीदार व ग्रामीणों ने उन्हें खेत से उठाकर जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपों के बारे में पूर्व सरपंच राठौर के परिजन से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।

जेल में राठौर ने धमकी दी थी जैसा मेरे बेटे कहें वैसा करो
भतीजे अशोक ने बताया कि पूर्व सरपंच राठौर के बेटे काका जगदीश को लेकर कुछ दिन पहले सैलाना जेल ले गए थे। जहां उन्होंने मनोज के साथ पूर्व सरपंच राठौर से मिलवाया। इस दौरान राठौर ने धमकी दी कि जैसा मेरे बेटे कह रहे हैं वैसा करो। तुम्हारे घर में पट्टे के जो कागज रखे हैं वो जला दो। जबकि काका के पास पट्टे के कोई कागज नहीं हैं।

3 पूर्व सरपंच, 3 सचिव व एक सहायक सचिव पर दर्ज हो चुकी है एफआईआर
एक साल पहले पलसोड़ा गांव के लोगों ने पूर्व सरपंच कैलाश राठौर के खिलाफ नियम विरूद्ध तरीके से पट्टे वितरण की शिकायत की थी। इस पर राठौड़ सहित 4 पूर्व सरपंच एवं 4 पूर्व सचिव को दोषी माना। ढाई महीने पहले इस मामले में पूर्व सरपंच राठौड़ के खिलाफ एफआईआर की गई और उन्हें जेल भेजा गया। पूर्व सचिव नाथूलाल वाघेला, पूर्व सचिव लक्ष्मण खराड़ी एवं तत्कालीन पूर्व सहायक सचिव मनोज बोराना, पूर्व सरपंच पूरबबाई और पूर्व सरपंच रमेश पांचाल के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया। इसमें से पूर्व सरपंच राठौर, पूर्व सचिव रमेश पांचाल, सहायक सचिव मनोज वाघेला, पूर्व सचिव लक्ष्मण खराड़ी जेल में हैं वहीं पूर्व सचिव नाथूलाल वाघेला, पूर्व सरपंच पूरबबाई अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।

पुलिस के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, शव रखकर लगाया जाम
मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने दोपहर 2.30 बजे पलसोड़ा फंटे पर जाम लगा दिया। उन्होंने सुसाइड नोट में जिन आरोपियों के नाम है उन पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसडीओपी संदीप निगवाल पहुंचे लेकिन ग्रामीण कलेक्टर-एसपी से मिलने के लिए अड़े रहे। आखिर में एसपी अभिषेक तिवारी ने कॉल कर जांच का आश्वासन दिया तब माने और जाम खोला। अंतिम संस्कार के लिए बेटे मनोज को पैरोल पर छोड़ा गया।

मामले की जांच की जा रही है
सुसाइड नोट में मृतक ने पूर्व सरपंच व उनके बेटों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। -प्रीति कटारे, टीआई-नामली थाना

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